शिक्षा का उपयोग नोैकरी के लिए नहीं बल्कि समाज विकास के लिए करें
विधायक सुलभा खोडके का आवाहन

* शिवाजी बहूउद्देशीय उच्च माध्यमिक शाला के शताब्दी महोत्सव का उद्घाटन
अमरावती/दि.23 – बहूजनो तक शिक्षा की गंगा पहुंचे इस उद्ेयश्य से भाउसाहेब ने श्री शिवाजी शिक्षण संस्था की स्थापना की उन्होंने केवल संस्था ही नहीं स्थापित की बल्कि खेडो पाडों में शाला शुरू कर आर्थिक दुर्बल घटको के लिए शिक्षा की सुविधा उपलब्ध करवाई आज संस्था की शेैक्षणिक शाखाए इतनी विस्तारित हुई हैं. जिसमें सभी प्रकार की उच्च सुविधाएं उपलब्ध हुई हेैं जिससे भाउसाहेब की स्वप्नपूर्ति होती दिखाई दे रही हैं. भाउसाहेब के विचार समाज के लिए प्रेरणादायी हैं. विद्यार्थी शिक्षा लेते समय शिक्षा का उपयोग केवल नौकरी के लिए नहीं करे बल्कि समाज विकास और राष्ट्रहीत के लिए करे ऐसा आवाहन विधायक सुलभा खोडके ने विद्यार्थियों से किया.
श्री शिवाजी शिक्षण संस्था द्वारा संचालित शिवाजी बहूउद्देशीय उच्च माध्यमिक शाला के 100 वर्ष पूर्ण होने पर तथा शिक्षण महर्षी डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहेब देशमुख के जयंती उत्सव व महानगर स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन 22 दिसंबर को संपन्न हुआ. जिसमें वे उद्घाट के तौर पर बोल रही थी. उद्घाटन समारेाह की अध्यक्षता श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने की तथा प्रमुख अतिथी के रूप में विधायक संजय खोडके, संस्था के उपाध्यक्ष भैय्यासाहेब पुसदेकर, कोषाध्यक्ष दीलीप इंगोले उपस्थित थे. कार्यक्रम के दौरान अपने प्रास्ताविक में मुख्यध्यापक प्रसाद देशमुख ने शाला के विस्तार व इतिहास की जानकारी दी. तथा शाला का शताब्दी महोत्सव मनाते हुए शाला के शिक्षण, क्रीडा व विज्ञान आदि क्षेत्रों में प्रगती का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया. प्रमुख अतिथी तथा संस्था के उपाध्यक्ष भैय्यासाहेअ देशमुख ने भी विचार प्रकट किए. संस्था के कोषाध्यक्ष दीलीप बाबु इंगोले ने भी संस्था की ओर से नीधी देकर सभी सुविधा शाला में उपलब्ध कराने की बात अपने संबोधन में कही.
कार्यक्रम अध्यक्ष वर्षवर्धन देशमुख ने कहां की भाउसाहेब ने विपरीत परिस्थितियों में निर्माण की गई.शाला की गुणवत्त्ता सुधरनी चाहिए इसके लिए शिक्षक ज्यादा से ज्यादा समय दे तों सही मायनों मेें भाउसाहेब की यह आदारांजली होगी. इस दौरान विद्यार्थियों के अंतर्मन से शब्दबद्ध की गई. ‘शत तारका ’ इस हस्तलिखीत किताब का उपस्थित मान्यवरों के हस्ते विमोचन किया गया. इस अवसर पर कक्षा 10 वीं और 12 वीं के मेधावी छात्र यश पाटिल, वंश मोहोड, यश पीडेकर, दिव्यांक मांडले का नगद पुरस्कार व स्मृति चिन्ह प्रदान कर अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख के हस्ते सम्मान किया गया.
इस दौरान राज्यस्तरीय शालेय क्रीडा स्पर्धा में सौम्या लोणारे को राज्यस्तर पर सफलता मिलने पर मान्यवरों के हस्ते सम्मानित किया गया. वहीं कार्यक्रम में उपस्थित विशेष अतिथी शिला अर्डक, आजीवन सदस्य श्री शिवाजी शिक्षण संस्था ने स्व. मधुकरराव हरीभाउ अर्डक कि स्मृति में शाला को शताब्दी वर्ष के निमित्त 51 हजार रूपए की राशी संस्था अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, को सुपूर्द की. कार्यक्रम में श्री शिवाजी शिक्षण संस्था कार्यकारिणी सदस्य हेमंत कालमेघ, प्रा. केशवराव गांवडे, प्रा. सुभाष बनसोड, सचिव डॉ. विजय ठाकरे, स्वीकृत सदस्य प्रा. डॉ.अंबादास कुलट, प्रा. डॉ. अमोल महल्ले, आजीवन सदस्य रमेशराव बोके, वसंतराव विधाते, माहोरे साहेब, ह. भा. ठाकरे, मोहनराव देशमुख तथा शाला समिति के सदस्य कें तौर पर आर.बी. काले, एन.बी. राठी, विशेष निमंत्रीत सदस्य पी. टी. देशमुख, एकनाथ बंड, आर.एस. गावंडे, ए.एच अर्डक एवं अमरावती महानगर विज्ञान मंडल के प्रतिनिधि उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन भावना गिरनाले ने किया. व आभार शाला के उपमुख्यध्यापक मालवे सर ने माना कार्यक्रम का समापन राष्ट्रवंदन से किया गया.





