विदर्भ में 18 दिसंबर तक सिर्फ 27.6लाख क्विंटल कपास की खरीदी
भारतीय कपास महामंडल ने दी हायकोर्ट को जानकारी

नागपुर/दि.24 – विदर्भ में फिलहाल 400 कपास खरीदी केद्र कार्यरत हैं. जिसमें 18 दिसंबर तक 3 लाख 34 हजार 769 किसानों ने कपास बिक्री के लिए पंजीयन किया था. इस दौरान उनसे केवल 27 लाख 5 हजार 637 क्विंटल कपास खरीदा गया. भारतीय कपास महामंडल ने मंगलवार 23 दिसंबर को मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में प्रतिज्ञा पत्र दायर कर यह जानकारी दी.
भारतीय कपास महामंडल के 400 में से 346 खरीदी केंद्र जीनिंग एंड प्रेसिंग फैक्टरी में शुरू हैं. इन केंद्रो की किसानों को जानकारी देने के लिए विविध माध्यमों से विज्ञापन दिए गए. ऐसा महामंडल की ओर से कहा गया. कपास उत्पादक किसानों के हितो के लिए ग्राहक पंचायत महाराष्ट्र के जिला सचिव श्रीराम सातपुते ने जनहित याचिका दायर की हैं. जिस पर न्यायाधिश अनिल किलोर व रजनीश व्यास के समक्ष सुनवाई हुई. उसके पश्चात न्यायालने महामंडल का प्रतिज्ञा पत्र रेकार्ड पर लेकर न्यायालय मित्र पुरूषोत्तम पाटिल व श्रीराम सातपुते को जानकारी की सत्यता जांच ने के लिए कहां.
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समस्या पर प्रमाणिकता के साथ विचार करें
इस प्रकरण में कपास उत्पादक किसानोे की समस्या और उनकी मांग रखी गई. इस संदर्भ में भारतीय कपास महामंडल प्रमाणिकता के साथ विचार करे. महामंडल को जो काम करना चाहिए. वह काम न्यायालय मित्र पुरूषोत्तम पाटिल व याचिकाकर्ता श्राीराम सातपुते कर रहे हैं ऐसा न्यायालय द्वारा कहां गया और इस प्रकरण में आगे की सुनवाई के लिए 16 जनवरी तारीख निश्चित की गई.





