अन्नामृत की विशाल रसोई का भूमिपूजन कल
खारतले गांव में 14 एकड में बनेगी गौशाला और गुरूकुल भी

* रोज 50 हजार लोगों के लिए पौष्टिक भोजन होगा तैयार
* इस्कॉन के फाउंडेशन का अनूठा उपक्रम
* चेयरमैन डॉ. श्यामसुंदर शर्मा जोशी द्बारा जानकारी
अमरावती/ दि. 24- अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ इस्कॉन के अन्नामृत फाउंडेशन की विशाल केन्द्रीयकृत रसोई, गौशाला एवं गुरूकुल का भूमिपूजन कल 25 दिसंबर को सुबह 11 बजे केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्री एवं लोकप्रिय नेता नितिन गडकरी के हस्ते ऑनलाइन रूप से किया जायेगा. लगभग डेढ वर्ष में वलगांव के आगे खारतलेगांव में 14 एकड भूमि पर यह प्रकल्प साकार होगा. जिसमें रोजाना हजारों विद्यार्थियों के लिए पौष्टिक भोजन तैयार होगा. वितरित होगा. यह जानकारी फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. श्यामसुंदर शर्मा जोशी ने अमरावती मंडल से चर्चा दौरान दी. उन्होंने प्रकल्प की विस्तृत जानकारी देने के साथ कल के भव्य आयोजन के विषय में भी बतलाया.
वरूण मालू, जोधपुरकर, बेंद्रे अतिथि
डॉ. श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि त्रिदंडी सन्यासी श्रील लोकनाथ स्वामी महाराज के निर्देशन, आशीर्वाद तथा ऑनलाइन सानिध्य में अन्नामृत फाउंडेशन की केन्द्रीयकृत रसोई का शिलान्यास गुरूवार सबेरे 11 बजे अभिजीत मुहूर्त में होने जा रहे हैं. इस समय मालू इंटरप्राइज के एमडी वरूण मालू, शिकागों निवासी एवं उपरोक्त स्थल पर 14 एकड भूमि के दान दाता डॉ. किशोर गुलाबराव जी अजमिरे, अमेरिका स्थित इंटरनेशनल स्ट्रेटजी के एमडी जीतू जी जोधपुरकर, शेयर ऑफ स्ट्रैंथ के इंडिया हेड समीर जी बेंद्रे तथा अमरावती विभाग संघ चालक चंद्रशेखर जी भोंदू विशेष अतिथि के रूप मेंं उपस्थित रहेंगे. उसी प्रकार फाउंडेशन के स्वयं डॉ. शर्मा, राजेंद्र रामन, प्रवीण साहनी, भागीरथ दास भी मौजूद रहेंगे.
शुरूआत में 5-7 हजार लोगों का भोजन
डॉ. श्यामसुंदर जोशी शर्मा ने अमरावती मंडल को बताया कि विभिन्न कंपनियों के सीएसआर फंड से लाभान्वित उक्त कार्य में भोजशाला बनकर तैयार होने पर 50 हजार लोगों का रोज पौष्टिक भोजन का लक्ष्य है. आरंभ ें में 5-7 हजार लोगों का भोजन रोजाना तैयार और वितरित होगा. वितरण की खास प्रणाली है. शासकीय मान्यता प्राप्त शालाओं और संस्थाओं से इस विषय में अनुबंध होगा, वहां पौष्टिक आहार रोज पहुंचाया जायेगा.
मशीनों की सहायता से होगा तैयार
डॉ. श्यामसुंदर शर्मा जोशी ने बताया कि इतनी बडी मात्रा में शालेय विद्यार्थियों को रोजाना भोजन तैयार कर पहुंचाने के लिए मशनरी का उपयोग होगा. संपूर्ण आहार पौष्टिक रखने के लिए भांप (स्टीम ) से पकाया जायेगा. उसके पैकेट भी बडी सावधानी और हाईजिनिक रूप से तैयार किए जायेंगे. धीरे- धीेरे भोजन संख्या बढाई जायेगी. इसे कालांतर में रोज 50 हजार से अधिक लोगों तक पहुुंचाने की कोशिश और नियोजन हैं.
वाहन आदि सभी सुविधाएं
डॉ. श्यामसुंदर जी ने बताया कि अमरावती से भी अनेक दानदाता इस कार्य में फाउंडेशन से जुडे हैं. उनमें संजय खंडेलवाल, राहुल रतावा, अभिनव करवा और अन्य का समावेश है. तैयार पौष्टिक आहार वाहनों के माध्यम से तुरंत संबंधित शालाओं और संस्थाओं तक पहुंचाया जायेगा. उसके वितरण की संपूर्ण प्रणाली का नियोजन किया गया है. फाउंडेशन को आज ही देशभर में रोज 12 लाख विद्यार्थियों तक नियमित भोजन पहुंचाने का अनुभव हैं. बच्चों को नि:शुल्क यह आहार पहुंचाया जाता है. अमरावती में भी 2027 से यह सुविधा उपलब्ध होने का विश्वास डॉ. शर्मा ने व्यक्त किया.
चार एकड में किचन, अन्य भूमि पर गुरूकुल
उन्होंने अमरावती मंडल से वार्तालाप में बताया कि डेढ बरस में यह विशाल केन्द्रीयकृत रसोई बनकर तैयार होगी. चार एकड में रसोई होगी. बाकी जगह में गुरूकुल और गौशाला स्थापित करने का विचार है. गुरूकुल में सीबीएसई और स्टेट बोर्ड के पाठ्यक्रम के साथ ही आध्यात्मिक- भौतिक दोनों अभ्यास कराए जायेंगे. गौसेवा भी वहां शुरू करने का विचार है. भविष्य की परिस्थितियों पर गौशाला का निर्णय निर्भर हैं.





