अमरावती मनपा के चुनाव में अलग-थलग पडे खोडके दंपति
अजीत पवार गुट वाली राकांपा ने अपनाई है ‘एकला चलो’ की भूमिका

* खोडके को भाजपा-सेना युति सहित मविआ के घटक दलों से भिडना होगा
अमरावती/दि.26 – अमरावती महानगर पालिका के आगामी चुनाव हेतु जहां एक ओर महायुति में शामिल भाजपा एवं शिंदे गुट वाली शिवसेना सहित युवा स्वाभिमान पार्टी के बीच युति को लेकर जबरदस्त प्रयास चल रहे है. वहीं राज्यस्तर पर महायुति में शामिल अजीत पवार गुट वाली राकांपा को मनपा स्तर पर होने जा रही युति से बाहर रखा गया है. क्योंकि अजीत पवार गुट ने पहले से ही ‘एकला चलो’ की भूमिका अपनाते हुए मनपा चुनाव के लिए महायुति में शामिल घटक दलों से सुरक्षित दूरी बनाकर रखी थी. जिसके चलते अमरावती मनपा क्षेत्र में अजीत पवार गुट वाली राकांपा का नेतृत्व करनेवाले विधायकद्वय खोडके दंपति फिलहाल सबसे अलग-थलग नजर आ रहे है. साथ ही उन्हें मनपा चुनाव में भाजपा, सेना व वायएसपी की युति सहित मविआ के घटक दलों में से कांग्रेस, शिवसेना उबाठा व शरद पवार गुट वाली राकांपा के प्रत्याशियों का भी सामना करना पडेगा. जिसके चलते अब सभी की निगाहें विधायक खोडके गुट द्वारा अपनाई जानेवाली रणनीति की ओर टिकी हुई है.
उल्लेखनीय है कि, इस समय राज्य के 29 मनपा क्षेत्रों में चुनाव की प्रक्रिया चल रही है और सभी राजनीतिक दलों द्वारा अलग-अलग मनपा क्षेत्रों में अन्य दलों के साथ गठबंधन करने को लेकर संबंधित निकाय क्षेत्रों के स्थानीय राजनीतिक हालात का जायजा लेते हुए निर्णय लिए जा रहे है. जिसके तहत जहां भाजपा एवं अजीत पवार गुट वाली राकांपा के अकोला मनपा क्षेत्र में युति हो रही है, वहीं अमरावती मनपा क्षेत्र में दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लडने का निर्णय लिया है. साथ ही अमरावती में भाजपा द्वारा महायुति में शामिल घटक दलों में से शिंदे गुट वाली शिवसेना एवं युवा स्वाभिमान पार्टी के साथ युति करने का निर्णय लिया है और इस युति से अजीत पवार गुट वाली राकांपा में बाहर रहने का निर्णय लिया है. जिसके चलते इस समय अजीत पवार गुट वाली राकांपा के स्थानीय नेता विधायकद्वय खोडके दंपति बिल्कुल अलग-थलग नजर आ रहे है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, वर्ष 2017 के चुनाव में तत्कालीन एकीकृत राकांपा का अमरावती मनपा में खाता तक नहीं खुला था और पार्टी ने उस समय एक भी सीट नहीं जीती थी. खास बात यह भी है कि, उस समय खोडके दंपति राकांपा की बजाए कांग्रेस में हुआ करते थे और कांग्रेस ने उस समय 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं अब खोडके दंपति एक फिर राकांपा में है तथा राकांपा में हुए दोफाड के बाद अजीत पवार गुट वाली राकांपा के साथ है. साथ ही खोडके पति-पत्नी इस समय विधायक भी है. ऐसे में पार्टी के पास अमरावती में दो-दो विधायक रहने के चलते इस बार मनपा चुनाव में खोडके दंपति सहित अजीत पवार गुट वाली राकांपा के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें टिकी हुई है.





