पुणे-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस के डिब्बे बढ़ेंगे

नागपुर /दि.26- नागपुर और पुणे के बीच शिक्षा एवं रोजगार के लिए बड़ी संख्या में युवाओं की आवाजाही को देखते हुए पुणे-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को अल्प समय में जबरदस्त प्रतिसाद मिला है. यात्रियों की लगातार बढ़ती मांग के चलते इस ट्रेन के डिब्बों की संख्या बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. मध्य रेल के महाप्रबंधक विवेककुमार गुप्ता ने बताया कि नागपुर-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस के डिब्बे बढ़ाने की मांग सामने आई है, जिस पर सकारात्मक रूप से विचार किया जा रहा है. वर्तमान में यह ट्रेन आठ डिब्बों के साथ संचालित हो रही है, जबकि आठ अतिरिक्त डिब्बे जोड़ने का प्रस्ताव है. इसके बाद यह ट्रेन 16 डिब्बों की हो सकती है.
बुधवार को नागपुर दौरे पर आए महाप्रबंधक गुप्ता ने खामला से नागपुर रेलवे मार्ग का सुरक्षा निरीक्षण किया. इसके बाद आयोजित पत्रकार परिषद में उन्होंने नागपुर और अजनी रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नागपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और आगामी एक वर्ष में शेष कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है. वहीं अजनी रेलवे स्टेशन के चारों प्लेटफॉर्मों का विकास कार्य भी तेजी से चल रहा है, जो अगले तीन से चार महीनों में पूरा होगा.
गुप्ता ने यह भी उल्लेख किया कि नागपुर रेलवे स्टेशन देश का एकमात्र ऐसा स्टेशन है, जहां से चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. नागपुर-बल्लारशाह, नागपुर-इटारसी और नागपुर-बदनेरा मार्गों पर तीसरी और चौथी लाइन का कार्य पूर्ण होने के बाद नई ट्रेनों के संचालन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी. नागपुर से पुणे जाने वाली ट्रेनों की मांग काफी अधिक है, हालांकि मनमाड से दौंड मार्ग फिलहाल एक प्रमुख बाधा बना हुआ है. कास्टी-दौंड और सरोला-विसापुर खंडों पर दूसरी रेलवे लाइन का कार्य जारी है. इसके पूर्ण होने के बाद नागपुर-पुणे रेल यातायात अधिक सुगम होगा. इसके साथ ही नाशिक, देवलाली, औंढा, कस्बे सुकेने और खेरवाड़ी रेलवे स्टेशनों पर भी बड़े पैमाने पर आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है. इनमें आधुनिक प्रतीक्षालय, पैदल पुल, पेयजल व्यवस्था, एस्केलेटर और अन्य यात्री सुविधाएं शामिल हैं. आगामी कुंभ मेले के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए इन कार्यों को समय पर पूरा करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है.





