मुख्यमंत्री के नागपुर में ही भाजपा की बड़ी उलझन
151 सीटों के लिए 300 कार्यकर्ताओं को तैयार रहने के निर्देश

नागपुर /दि.29- राज्य में महानगरपालिका चुनावों की सरगर्मी अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. नामांकन दाखिल करने के लिए आज और कल कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. उम्मीदवार बनने के इच्छुकों की संख्या अधिक होने के कारण राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों की सूची घोषित करने के बजाय कार्यकर्ताओं को नामांकन आवेदन और दस्तावेज तैयार रखने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के होम ग्राउंड नागपुर महानगरपालिका में ही भाजपा को सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. नागपुर मनपा की 151 सीटों के लिए भाजपा ने फिलहाल करीब 300 कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है.
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र के प्रभागों में भी स्थिति असमंजसपूर्ण बनी हुई है. भाजपा के कई प्रभागों में एक से अधिक सक्षम दावेदार होने के कारण अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है. भाजपा शहर अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी ने बताया कि पार्टी के उम्मीदवारों की सूची कल जारी की जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 300 में से किन कार्यकर्ताओं को टिकट मिलेगा, इसका फैसला जल्द हो जाएगा.
बता दें कि, नागपुर महानगरपालिका में 151 सीटें हैं. महायुति में शामिल शिवसेना (शिंदे गुट) के लिए 8 से 10 सीटें छोड़े जाने की संभावना है, जिसके बाद भाजपा करीब 140 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इससे शिंदे गुट की शिवसेना को सीमित सीटों से ही संतोष करना पड़ सकता है.
* महाविकास आघाड़ी साथ
नागपुर में महाविकास आघाड़ी (कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस – शरद पवार गुट और ठाकरे गुट की शिवसेना) के एक साथ चुनाव लड़ने पर लगभग सहमति बन गई है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस 129 सीटें, राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार) 12 सीटें, शिवसेना (ठाकरे गुट) 10 सीटें आपस में बांटने के लिए तैयार है और इस फार्मूले पर मविआ के स्थानीय नेताओं ने सहमति जताई है.
* अजित पवार गुट की वंचित से चर्चा
वहीं, भाजपा द्वारा अजित पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस को गठबंधन के लिए आमंत्रित न किए जाने के कारण, अजित पवार गुट ने वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ बातचीत शुरू कर दी है. दोनों के बीच चर्चा सकारात्मक चरण में होने की जानकारी है.





