एक सप्ताह में 22 जानवर हुए चोरी
राजुरावासी संतप्त, चोरी के लिए यात्री वाहनों का इस्तेमाल

अमरावती प्रतिनिधि/दि.2 – गौवंश की अवैध कत्ल, असुरक्षित यातायात पर निर्बंध रहते हुए भी पशुपालकों के घर के बाहर व गोठे में बंधे हुए जानवरी चोरी हो जाने से उनपर आर्थिक संकट आन पडा है.
राजुरा स्थित संतप्त गांववासियों ने कल सोमवार को फे्रजरपुरा थाने पर दस्तक दी. पुलिस निरीक्षक पुंडलिक मेश्राम से लिखित शिकायत की गई. सप्ताह में लगभग 20 से 22 गाय, गोरे, बैल आदि जानवर चोरी गए है. जानवरों की बढती चोरी की घटना के चलते पशु पालकों को रात बे रात अपने जानवरों पर नजर रखनी पड रही है. इसी दौरान एक सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. किसी को कोई आशंका न हो इसके लिए जो वाहन यात्री यातायात के लिए इस्तेमाल किये जाते है, वहीं वाहन अब रात के समय जानवर चोरी के लिए इस्तेमाल किये जाते है. चारों ओर से बंद रहने वाले वाहन से क्या ले जाया जाता है, यह बाहरी व्यक्ति को अथवा पुलिस को भी पता नहीं चलता. जिससे पिकअप वैन, मिनी ट्रक जैसे वाहन का इस्तेमाल जानवरो की तस्करी करने के लिए होता है. राजुरा स्थित ग्रामीणों ने जब जब इन चोरों पर नजर रखी तब उन लोगों ने इसका विरोध किया और घातक हथियार निकालकर ग्रामीणों को धमकाया, इस तरह की शिकायत ग्रामीणों ने फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में की है. मंदा सोमेश्वर गंजीवाले, मोहन श्रीराम नांदेडकर, विलास नारायण कुकडे, रत्नाकर लक्ष्मण कुकडे, देविश्वर रामचंद्र वैद्य, गजानन यशवंत शेलके, विशाल सुरेश शेलके, प्रभाकर शेलके, संदीप गंजीवाले, नरेंद्र कालबाले, निलेश मुंजाले, वैभव महल्ले आदि ने शिकायत दर्ज करने के लिए फ्रेजरपुरा थाने पर दस्तक दी.
राजुरा से ग्रामीणों के जानवर चोरी संदर्भ की शिकायत प्राप्त हुई है. संदेहास्पद गतिविधि पाई जाते ही तत्काल पुलिस को जानकारी देने की सूचना ग्रामीणों से की गई है.
– पुंडलिक मेश्राम, पुलिस निरीक्षक फ्रेजरपुरा





