बच्चू कडू व राजू शेट्टी समेत 2 हजार आंदोलनकारियों पर मामला दर्ज

नागपुर/दि.31 – सातबारा कोरा करते हुए किसानों को कर्जमुक्ति दिए जाने की मांग को लेकर नागपुर-हैदराबाद राष्ट्रीय महामार्ग पर चक्का जाम कर 24 घंटे तक यातायात ठप करने वाले आंदोलन के खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है. इस आंदोलन का नेतृत्व पूर्व मंत्री व प्रहार संघटना के प्रमुख बच्चू कडू कर रहे थे. उनके साथ स्वाभिमानी शेतकरी संघटनेचे नेते राजू शेट्टी भी मौजूद थे. हिंगणा पुलिस ने इन दोनों नेताओं सहित लगभग 2000 आंदोलनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
बता दें कि, यह आंदोलन 28 अक्तूबर से वर्धा मार्ग पर शुरू हुआ था. प्रशासन ने आंदोलन के लिए कापूस संशोधन केंद्र के बगल का मैदान आरक्षित किया था, लेकिन आंदोलनकारियों ने रास्ता जाम कर धरना शुरू किया. इससे नागपुर-हैदराबाद महामार्ग पूरी तरह ठप्प हो गया था और इस महामार्ग पर हुए ट्रैफिक जाम में हजारों वाहन फँस गए थे. जिसके चलते यात्रियों को भारी त्रास सहनी पड़ी. वहीं पुलिस ने बताया कि नेताओं के भड़काऊ भाषणों से माहौल तनावपूर्ण हो गया था. जिसकी वजह से पुलिस ने माहौल भडकाने वाले नेताओं के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया है.
हिंगणा पुलिस ने जिन प्रमुख नेताओं के नाम एफआईआर में शामिल किए हैं, उनमें बच्चू कडू (प्रहार संघटना), राजू शेट्टी (स्वाभिमानी शेतकरी संघटना), महादेव जानकर (पूर्व मंत्री), रविकांत तुपकर (बुलढाणा), नितेश कराले (वर्धा), वामनराव चटप (चंद्रपूर), बबलू जवंजाल (अमरावती) सहित लगभग 2000 आंदोलनकारी शामिल हैं. इन सभी पर गैरकानूनी रुप से भीड जमा करने, सार्वजनिक यातायात अवरुद्ध करने, जनजीवन और संपत्ति को खतरे में डालने तथा प्रशासनिक आदेशों का उल्लंघन करने से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक पुलिस की खुफिया शाखा ने पहले अनुमान लगाया था कि इस आंदोलन में लगभग 10-12 हजार किसान भाग लेंगे, लेकिन भीड़ अपेक्षा से दोगुनी हो गई. जिसकी वजह से बंदोबस्त की तैयारी अपर्याप्त रही और आंदोलनकारियों को सड़क पर उतरने से रोका नहीं जा सका. नतीजतन, महामार्ग पर 24 घंटे तक यातायात पूरी तरह रुका रहा. बाद में न्यायालय के निर्देश पर पुलिस ने ट्रैफिक जाम को हटाया. साथ ही अब पुलिस ने आंदोलन स्थल पर कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त किया है और प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है.

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