परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही मिलेगा ड्राइविंग लाइसेंस
राज्य में हादसों का प्रमाण कम करने लिया गया निर्णय

अमरावती/दि.17 –वाहन लाइसेंस मिलने के लिए आरटीओ में लिए जाने वाला ड्राइविंग टेस्ट अब निश्चित समय पर, कैमररे के निगरानी में और अधिक पारदर्शी पद्धति से होगा. कठोर टाइमटेबल, ऑन-कैमरा टेस्ट और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों का फिरसे ड्राइविंग टेस्ट होगा.
इन सभी उपायों से अयोग्य चालकों पर अंकुश लगेगा. सड़क दुर्घटनाओं में से 80 प्रतिशत से अधिक दुर्घटनाएं चालक की लापरवाही के कारण होती हैं. दुर्घटनाओं की संख्या कम करने के लिए, परिवहन आयुक्त ने सडक यातायात प्राधिकरणों (आरटीओ) में गुणवत्तापूर्ण ‘ड्राइविंग टेस्ट’ के लिए मानदंड तैयार किए हैं. इस संबंध में 3 दिसंबर को सभी आरटीओ को पत्र भेजा गया है. इन संशोधनों से अयोग्य और अपात्र चालकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना मुश्किल हो जाएगा.
नई प्रणाली से सड़कों पर कुशल और जिम्मेदार चालक आएंगे, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी. ये संशोधन दिसंबर 2025 में सडक यातायात प्राधिकरणों को जारी किए गए हैं. इस संबंध में राज्य के सभी सडक यातायात प्राधिकरणों को पत्र भेजा गया है.
* योग्य चालकों को लाइसेंस मिलेगा
पहले, कुछ परीक्षाएं पास करने के बाद ड्राइवरों को लाइसेंस दिए जाते थे. लेकिन अब नियम बदल गए हैं. क्या ड्राइवर गाडी चला सकते हैं? इसकी पुष्टि की जाएगी.
* सभी परीक्षाएं कैमरे की निगरानी में
सबसे महत्वपूर्ण सुधार यह है कि अब हर ड्राइविंग टेस्ट की निगरानी कैमरों द्वारा की जाएगी. आरटीओ कार्यालयों को 30 दिनों के भीतर सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे. टेस्ट की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखी जानी चाहिए और निरीक्षण समिति को उपलब्ध कराई जानी चाहिए. यह हर आरटीओ कार्यालय के लिए अनिवार्य है.
* हर परीक्षा ऑनलाइन
स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेना अनिवार्य होगा. यह सभी आवेदकों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है. इससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनेगी. सेवा गारंटी अधिनियम के तहत लाइसेंस प्रक्रिया के प्रत्येक चरण को समय पर पूरा करना अनिवार्य कर दिया गया है.
* 10 फीसदी उम्मीदवार अनुत्तीर्ण
परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों द्वारा निर्धारित एक महत्वपूर्ण नियम यह है कि यदि ड्राइविंग परीक्षा में केवल 10 प्रतिशत उम्मीदवार ही असफल होते हैं, तो क्षेत्रीय या उप-क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी उत्तीर्ण उम्मीदवारों की परीक्षा लेंगे. उत्तीर्ण होने वाले 5 प्रतिशत आवेदकों की पुनः परीक्षा ली जाएगी और विभाग को एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी.
* समय का बंधन और टाइम टेबल
दोपहिया, तिपहिया: 5 मिनट टेस्ट
* कार और मध्यम आकार के चार पहिया वाहन : 7 मिनट टेस्ट
* भारी वाहन: 10 मिनट का टेस्ट





