एमडी ड्रग्ज की बिक्री करनेवाले गिरोह का पर्दाफाश
खेप लेकर जा रहे दो पेडलर दबोचे गए

* 69 ग्राम एमडी जब्त, 8 तस्करो के नाम उजगार
* क्राईम ब्रांच के दल की कार्रवाई
अमरावती/दि.8 – एमडी ड्रग्ज खेप लेकर जा रहे दो युवकों को क्राईम ब्रांच के दल ने रविवार 7 दिसंबर की शाम वडाली परिसर से कब्जे में ले लिया. उनके पास से 6 लाख 82 हजार रुपए मूल्य का 69 ग्राम एमडी तथा दुपहिया समेत कुल 7 लाख 41 हजार रुपए का माल जब्त किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम अंसार नगर निवासी मो. सोफियान मो. मन्नान (24) और रजा मस्जिद के पास रहनेवाले शोएब खान समीर खान (24) हैं.
शहर में एमडी ड्रग्ज की तस्करी करनेवालो की संख्या बडी संख्या में है. नागपुरी गेट तथा शहर के अन्य इलाको से भी भारी मात्रा में एमडी ड्रग्ज की तस्करी हो रही है. लेकिन पिछले कुछ माह में क्राईम ब्रांच के दल ने एमडी बेचनेवाली की धरपकड की है. साथ ही उन्होंने जिस व्यक्ति से यह माल लाया है उसे भी मुंबई और नागपुर से दबोचा गया था. इस कारण शहर के कुख्यात और बडे एमडी ड्रग्ज तस्कर भूमिगत हो गए थे. लेकिन पिछले कुछ दिनों से एमडी तस्कर सक्रिय हो गए है. खुलेआम नए युवकों के माध्यम से शहर में एमडी तस्करी का व्यवसाय शुरू हो गया है. साथ ही इस काम के लिए जरूरतमंद और नए युवकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. रविवार को क्राईम ब्रांच के दल को इस बाबत जानकारी मिली थी कि दो युवक मोपेड दुपहिया से एक्सप्रेस हाईवे से जा रहे है और वे वडाली परिसर में आनेवाले है. पुलिस ने इस जानकारी के आधार पर वडाली मार्ग पर जाल बिछाया और बताए गए वर्णन दो युवक आते ही उन्हें रोककर तलाशी ली गई तब उनके पास से 69 ग्राम एमडी ड्रग्ज बरामद हुआ. पुलिस ने उन्हें कब्जे में ले लिया. साथ ही दुपहिया क्रमांक एमएच 27 सीएफ 5395 और दो मोबाइल ऐसे कुल 7 लाख 41 हजार रुपए का माल जब्त किया. इन दोनों आरोपियों से कडी पूछताछ करने पर उन्होंने 8 एमडी तस्करों के नाम बताए. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. इस कार्रवाई में पुलिस निरीक्षक संदीप चव्हाण के नेतृत्व में सहायक निरीक्षक मनीष वाकोडे, उपनिरीक्षक गजानन सोनेने, हेड कांस्टेबल अजय मिश्रा, फिरोज खान, सतीश देशमुख, मंगेश लोखंडे, प्रशांत मोहोड, सचिन बहाले, सैयद नाजीम, रणजीत गावंडे, चेतन कराले, प्रभात पोकले का समावेश था.
* एक खेत के मिलते है हजार से 1500 रुपए
एमडी ड्रग्ज पहुंचानेवाले पेडलर एमडी को सफेद चावल संबोधित करते है. उन्हें सफेद चावल लेकर कहां जाना है इस बात का पता दिया जाता है. इसी तरह वे दिए हुए पते पर माल पहुंचाते है और वहां सफेद चावल लेनेवाला व्यक्ति आता है और उनसे सफेद चावल लेकर जाता है. इस कारण सफेद चावल लेनेवाले व्यक्ति की कोई भी जानकारी उनके पास नहीं रहती है. केवल फोन और विश्वास पर यह व्यवसाय चलता है.
* युवाओं का इस्तेमाल
एमडी तस्कर सफेद चावल पहुंचाने के लिए हर बार नए और स्मार्ट युवकों का इस्तेमाल करते है. साथ ही उनका पुलिस रिकॉर्ड भी न हो इस बात का ध्यान रखा जाता है. ताकि पुलिस से नजर चुकाकर वे माल पहुंचा सके. इस कारण तस्कर लोग नए स्मार्ट और पुलिस रिकॉर्ड पर न रहनेवाले युवकों को पैसों का प्रलोभन देकर एमडी पहुंचाने का काम करते है.
* 8 एमडी तस्करों के नाम उजागार
गिरफ्तार दोनों युवकों ने अब तक शहर में अनेक स्थानों पर एमडी पहुंचाई है. साथ ही उन्होंने अब तक अंसार नगर निवासी सैयद अल्तमश सैयद गफ्फार, गोलु कबीर, कवलीपुरा निवासी आवेज कुरेशी आरिफ कुरेशी, साकिर कुरेशी उर्फ हग्या, आकीब कुरेशी, शेख नईम शेख राजा, शेफ रहिम उर्फ होंगा, शेख नाजीम शेख रहिम उर्फ होंगा और शेख सोनू शेख रहीम उर्फ होंगा से अब तक सैंकडो ग्राहकों को एमडी की बिक्री की जाने की जानकारी दी है. इस कारण पुलिस इन आठों तस्करों की तलाश में हैं.
* युवतियों को ड्रग्ज पहुंचानेवाला गिरोह अलर्ट
शहर में एमडी ड्रग्ज का प्रमाण बढा है. युवकों के साथ कुछ युवतियां भी एमडी ड्रग्ज का सेवन करती है. शहर के कुछ होटल में मनोरंजन के नाम पर खुलेआम क्लब शुरू है. इन क्लबों में कुछ युवती ड्रग्ज लिए हुए रहती है. साथ ही उन्हें ड्रग्ज पहुंचानेवाले युवकों का गिरोह अलग हैं. इस गिरोह के युवक ड्रग्ज पहुंचाते समय बिना नंबर की दुपहिया का इस्तेमाल करते है. साथ ही वे कॉलेज के छात्रों की तरह रहते है. इस कारण उन पर सहज ही संदेह नहीं होता, लेकिन रात को यह युवक शहर के हाईवे से आवाजाही करते है अथवा क्लब में मिलते है.
* फोन पे से व्यवहार
सफेद चावल लेनेवाले यह बेचनेवालों से मांग करते हैं और तय किए स्थल पर सफेद चावल पहुंचाने के बाद खरीदनेवाला व्यक्ति उसे फोन पे करता है. यह पूर्ण व्यवहार फोन पे पर चलता है. इस कारण लेनेवाला और बेचनेवाला सहज सामने नहीं आता.
* घर में तैयार किया जाता है पैकेट
सफेद चावल बेचनेवाले भारी मात्रा में एमडी बुलाते है और महिलाओं के हाथ से अलग-अलग ग्राम के प्लास्टिक के पैकेट तैयार करते है. मांग के मुताबिक आपूर्ति की जाती है. इस कारण इस प्रकरण में महिला भी आरोपी होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.





