महाप्रसाद के नाम पर किराणा दुकानदार को 33 हजार का चूना

अमरावती /दि.22- हनुमान मंदिर में भंडारा यानि महाप्रसाद रहने की बात कहते हुए एक किराणा दुकानदार से करीब 33 हजार रुपए का किराणा माल मंगवाकर उसे भुगतान ही नहीं किया गया और उसके साथ धोखाधडी व जालसाजी की गई. जिसे लेकर मिली शिकायत के आधार पर गाडगे नगर पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच करनी शुरु की.
इस संदर्भ में कृष्णा नगर गली क्रमांक 1 के निवासी अशोक कृपालदास चांदवानी (66) ने बताया कि, उनकी विजय किराणा नामक दुकान है. विगत 17 नवंबर को सुबह 10 बजे के आसपास जब वे अपनी दुकान पर थे, तो उनके मोबाइल पर एक अज्ञात व्यक्ति की फोन कॉल आई और उन्हें बताया गया कि, एंटीकरप्शन ब्यूरो कार्यालय के पास स्थित हनुमान मंदिर में महाप्रसाद का कार्यक्रम है. जिसके लिए 5 कट्टे गेहूं, 3 कट्टे तुअर दाल, 4 कट्टे चावल, 1 कट्टा चना दाल व तीन पिपे तेल की जरुरत है. कॉल करनेवाले व्यक्ति ने अशोक चांदवानी को यह सब किराणा माल ऑटो में भरकर उसके द्वारा बताए गए स्थान पर भेज देने की बात कहते हुए, यह भी कहा कि, किराणा माल मिलते ही ऑटो चालक के हाथ से वह किराणा माल के बिल का भुगतान भेज देगा. जिस पर भरोसा करते हुए अशोक चांदवानी ने अपनी किराणा दुकान के मालवाहक ऑटो में यह पूरा माल भरकर भिजवा दिया और कॉल करनेवाले व्यक्ति को खुद फोन करते हुए इसकी सूचना भी दी, तो उस व्यक्ति ने बताया कि, उसी जगह पर उसका एक पैसेंजर ऑटो खडा है, जिसमें पूरा माल रखवा दिया जाए और वह उसका तुरंत ही नकद भुगतान कर देगा. यह बात अशोक चांदवानी ने अपने ऑटो चालक को बताई, तो उसने अपने मालवाहक ऑटो से पूरा माल उतारकर वहां खडे पैसेंजर ऑटो में रखवा दिया. जिसके तुरंत बाद एक व्यक्ति उस पैसेंजर ऑटो को वहां से लेकर चला गया और किराणा दुकान के ऑटो चालक को किसी ने कोई भुगतान नहीं दिया. यह बात पता चलते ही जब अशोक चांदवानी ने उस व्यक्ति को दुबारा फोन लगाने का प्रयास किया, तो उसका मोबाइल नंबर स्वीचऑफ आ रहा था. जिसके बाद अशोक चांदवानी को अपने साथ हुई धोखाधडी व जालसाजी का अंदाजा हुआ और उन्होंने गाडगे नगर पुलिस थाने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई. जिसके आधार पर गाडगे नगर पुलिस ने मामले की जांच करनी शुरु की.
उल्लेखनीय है कि, यह शहर में अपनी तरह का दूसरा मामला है. इससे पहले कठोरा रोड स्थित सर्वज्ञ धान्य भंडार से भी इसी तरह मंदिर में महाप्रसाद की बात कहकर करीब 50 हजार रुपए का किराणा माल मंगाया गया था. जिसका कोई भुगतान नहीं किया गया, बल्कि बाद में कॉल करनेवाले व्यक्ति का मोबाइल फोन स्वीचऑफ हो गया. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि, शायद अमरावती में किराणा दुकानदारों के साथ धोखाधडी व जालसाजी करनेवाला कोई गिरोह सक्रिय है. जिसके चलते किराणा दुकानदारों को काफी हद तक सजग व सावधान रहने की जरुरत है.

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