भाजपा में शुरु हुई जबरदस्त ‘इनकमिंग’

चिखलदरा में अजीत पवार गुट व धारणी में ठाकरे गुट को दिया झटका

* चिखलदरा के पूर्व नगराध्यक्ष राजेंद्र सोमवंशी व धारणी के पूर्व नप उपाध्यक्ष सुनील चौथमल अब भाजपा में
* आदिवासी बहुल पर्वतीय अंचल मेलघाट में एक झटके के साथ बदल गया राजनीतिक समीकरण
अमरावती /दि.17 – नगर परिषद व नगर पंचायत जैसे स्थानीय निकायों के आगामी चुनाव को देखते हुए इस समय जिले में जबरदस्त राजनीतिक उठापटक चल रही है. जिसके तहत विगत दो दिनों के दौरान राजनीतिक घटनाक्रमों में उस समय बडी तेजी के साथ बदलाव देखा गया, जब अजीत पवार गुट वाली राकांपा से वास्ता रखनेवाले चिखलदरा के पूर्व नगराध्यक्ष राजेंद्रसिंह सोमवंशी व उनके बेटे अनुपसिंह सोमवंशी तथा धारणी नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सुनील चौथमल ने अचानक ही पाला बदलते हुए भाजपा का दामन थाम लिया. इसके साथ ही आदिवासी बहुल पर्वतीय अंचल मेलघाट में एक झटके के साथ राजनीतिक समीकरण बदल गए. साथ ही इसे जिले में अजीत पवार गुट वाली राकांपा व ठाकरे गुटवाली शिवसेना के लिए काफी बडा झटका माना जा रहा है.
बता दें कि, चिखलदरा नगर परिषद में 20 साल तक नगराध्यक्ष पद को अपने पास रखनेवाले राजेंद्रसिंह सोमवंशी को चिखलदरा परिसर में अजीत पवार गुट वाली राकांपा के कट्टर समर्थक के तौर पर देखा जाता था. जिन्होंने किसी समय कांग्रेस के जरिए अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और आगे चलकर वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे. जिन्होंने राकांपा में दोफाड होने के बाद अजीत पवार गुट वाली राकांपा के साथ रहने का निर्णय लिया था. साथ ही उन्हें चिखलदरा में महायुति की ओर से नगराध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी भी माना जा रहा था. भले ही महायुति में शामिल घटक दलों द्वारा निकाय चुनाव अलग-अलग लडने का निर्णय लिया गया है और भाजपा द्वारा जिले के अन्य निकाय क्षेत्रों में नगराध्यक्ष पद के लिए पहले ही अपने कार्यकर्ताओं के नामों पर विचार करना शुरु कर दिया गया था. लेकिन इसके बावजूद यह तय माना जा रहा था कि, जिले में केवल चिखलदरा नगर परिषद ही एकमात्र ऐसी नगर परिषद होगी, जहां पर भाजपा द्वारा नगराध्यक्ष पद महायुति के तहत अजीत पवार गुट वाली राकांपा के कोटे में छोडा जा सकता है और राजेंद्रसिंह सोमवंशी महायुति की ओर से नगराध्यक्ष पद के प्रत्याशी हो सकते है. परंतु विगत शुक्रवार को उस समय अचानक ही एक झटका देनेवाली खबर सामने आई, जब पता चला कि, पूर्व नगराध्यक्ष राजेंद्रसिंह सोमवंशी व उनके बेटे अनुपसिंह सोमवंशी ने अचानक ही अपने समर्थकों सहित अमरावती पहुंचकर भाजपा के निर्वाचन निरीक्षक डॉ. संजय कुटे, राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे व पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे से मुलाकात करते हुए भाजपा में प्रवेश कर लिया तथा अब वे भाजपा की ओर से चिखलदरा नगर परिषद में नगराध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे.
अभी इस खबर को लेकर सनसनी थमी भी नहीं थी कि, इसके अगले ही दिन धारणी नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष तथा कट्टर शिवसैनिक के तौर पर पहचान रखनेवाले सुनील चौथमल ने भी अचानक ही अमरावती पहुंचकर भाजपा नेता से मुलाकात करने के उपारांत अधिकृत तौर पर भाजपा में प्रवेश कर लिया. जिसके बाद भाजपा द्वारा सुनील चौथमल को धारणी नगर पंचायत के नगराध्यक्ष पद हेतु अपना प्रत्याशी घोषित किया गया. खास बात यह है कि, सुनील चौथमल ने किसी समय भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जरिए राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में कदम रखा था, लेकिन वे आगे चलकर शिवसेना के साथ जुड गए थे और उनकी पहचान हमेशा ही एक कट्टर शिवसैनिक के तौर पर रही और शिवसेना में हुई दोफाड के बाद वे ठाकरे परिवार के साथ एकनिष्ठ रहते हुए ठाकरे गुट वाली शिवसेना में बने रहे. परंतु धारणी नगर पंचायत के आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए सुनील चौथमल ने शिवसेना उबाठा को ‘जय महाराष्ट्र’ कहते हुए पाला बदलकर भाजपा का दामन थाम लिया. जिसे सुनील चौथमल की ‘घर वापसी’ माना जा रहा है.

* दोनों नेताओं का अमरावती में हुआ पार्टी प्रवेश
– कई भाजपा नेताओं व जनप्रतिनिधियों की रही उपस्थिति
चिखलदरा के पूर्व नगराध्यक्ष राजेंद्रसिंह सोमवंशी का शुक्रवार को और धारणी के पूर्व नप उपाध्यक्ष सुनील चौथमल का शनिवार को अमरावती में भाजपा में प्रवेश हुआ. इन दोनों अवसरों पर भाजपा के निर्वाचन प्रभारी विधायक संजय कुटे, निर्वाचन प्रमुख राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे व पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे पाटिल सहित तिवसा के भाजपा विधायक राजेश वानखडे, मेलघाट के भाजपा विधायक केवलराम काले, भाजपा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर, ग्रामीण जिलाध्यक्ष रविराज देशमुख, जिला उपाध्यक्ष नितिन गुडधे पाटिल, जिला महामंत्री गोपाल चंदन, डॉ. विलास कविटकर व सुधीर रसे, प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी, प्रदेश पदाधिकारी प्रा. दिनेश सूयवंशी, जयंत डेहनकर, श्याम गंगराले, आप्पा पाटिल, साबूलाल पाटणकर व सुमीत चावरे आदि उपस्थित थे.

* सदस्य पद हेतु भाजपा के प्रत्याशियों की सूची में ऐन समय पर बदलाव
उल्लेखनीय है कि, भाजपा ने कल रविवार को जहां एक ओर नगराध्यक्ष पदों के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम फायनल किए, वहीं सदस्य पदों हेतु भाजपा द्वारा तैयार की गई सूची को अचानक ही बदलते हुए प्रत्याशियों के नामों की नई सूची जारी की गई. जिसके तहत कुछ उम्मीदवारों को दिया गया एबी फॉर्म वापिस लेते हुए नए उम्मीदवारों को एबी फॉर्म दिया गया, ऐसा पूरे जिलेभर में होने की जानकारी सामने आई है. कुछ दिन पहले नाम तय हो जाने के बावजूद अचानक ही ऐन समय पर किसी अन्य उम्मीदवार को एबी फॉर्म दिए जाने के चलते पार्टी के निष्ठावानों में काफी हद तक अस्वस्थता व बेचैनी देखी जा रही है और ऐन समय पर टिकट कट जाने के चलते भाजपा में बडे पैमाने पर बगावत होने की भी संभावना बढी हुई है. जिसके चलते अब यह सवाल पूछा जा रहा है कि, आखिर भाजपा में ‘पर्दे के पीछे’ रहकर किसके द्वारा ऐन समय पर प्रत्याशियों के नाम बदलने का खेल खेला गया है. जिसे लेकर काफी हद तक तर्क-वितर्क लगाए जा रहे है.

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