जिला परिषद चुनाव हेतु गट निहाय नया फंडा

पालिका चुनाव परिणामों से बदले दांव

* आया राम गया राम को उम्मीदवारी का पेंच
अमरावती/ दि.26-नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव के परिणामों से जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव के प्रत्येक गट निहाय संदर्भ बदल गये हैं. वहां नया फंडा तैयार हो गया है. पालिका चुनाव के नेताओं की बदलती भूमिका से इच्छुक उम्मीदवारों की धडकनें बढ गई है. कौन किसका अहसान चुकायेगा अथवा बदला लेगा, इस प्रश्न के ईर्द- गिर्द राजनीति देखी जा रही है.
जिले में 12 स्थानों पर पालिका और नगर पंचायत चुनाव हुए. सभी चुनाव तहसील स्तर पर होने से पालिका की राजनीति उसके ईर्द- गिर्द रही. अब शीघ्र जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव होनेवाले हैं. तहसील के कार्यकर्ताओं ने नेताओं की बात रखते हुए प्रचार में साथ दिया था. अब यह कार्यकर्ता नेताओं से मिलकर पालिका चुनाव में किस प्रकार सहायता की, इसका खास उल्लेख कर रहे हैं. चुनाव में कई जगह पर कल्पना से अलग समीकरण बने . कहीं गठजोड हुआ. कहीं आघाडी. महायुति और महाविकास आघाडी को कुछ तहसीलों में ताकत मिली. ऐसे में जिला परिषद चुनाव का सामना करते समय प्रत्येक गट निहाय अलग संदर्भ बन गये हैं.
असफलता का ठीकरा
जहां -जहां नेताओं ने जन अपेक्षा से परे जाकर समझौते किए, वहां अब किसे अवसर मिलेगा, इस बात की चर्चा होगी. प्रतिस्पर्धी नेताओं के कार्यकर्ता अपने- अपने लीडर्स के पास उम्मीदवारी के लिए फिल्डिंग लगा रहे हैं. उसी प्रकार जहां आघाडी को जनता ने खारिज कर दिया, ऐसी जगहों पर असफलता का ठीकरा एक दूसरे पर फोडा जा रहा है. अथवा चुनाव में नये दल से तालमेल की भी कोशिश हो रही है. एक ही घर में अनेक इच्छुक होने और नेताओं के पास उम्मीदवारी के लिए आग्रह करनेवालों को पहले अपना आपसी मतभेद दूर कर एक नाम देने कहा जा रहा है. यह भी कहा जा रहा है कि लीडर्स ऐसे केस में कडा रूख अपना रहे हैं. कुछ जगह नेताओं के निष्ठावान और पार्टी में हाल ही में एन्ट्री लेनेवाले, ऐसा नजारा हैं. उसमें नेताओं की बदलती भूमिका ने भी स्थिति को विचित्र बना दिया है. जिला परिषद चुनावों की घोषणा किसी भी समय हो सकती है.

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