नई कॉलोनियों का नगर परिषद में शामिल करने की आवाज उठी
ग्रामपंचायत प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

धामणगांव रेलवे /दि.7 – धामणगांव रेलवे शहर से सटे क्षेत्रों में बनी कॉलोनियों को नगर परिषद की सीमा में शामिल करने के लिए स्थानीय निवासियों ने आक्रामक होना शुरू कर दिया है. सीमा विस्तार के प्रस्ताव में जानबूझकर टालमटोल की जा रही है, इस तरह की खबरें जब मीडिया में सामने आई, तब कॉलोनीवासियों ने बुधवार को संबंधित ग्राम पंचायत प्रशासन को एनओसी और ग्राम सभा का विशेष प्रस्ताव देने को मांग को लेकर एक लिखित ज्ञापन सौंपा.
धामणगांव नगर परिषद की सीमा से सटे शहर के आउटर एरिया में पिछले 25 वर्षों में 42 कॉलोनियां बिना किसी आधारभूत सुविधाओंके बस गई हैं. विकास अधर में होने के कारण यहां के निवासी आज भी सड़क, पानी, नाली जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. संबंधित ग्राम पंचायतों को राज्य सरकार से अपर्याप्त निधि प्राप्त होती है. जिसके चलते ये समस्याएं विकराल रूप ले चुकी हैं. ग्राम पंचायतें सिर्फ कर वसूली के लिए आती हैं, लेकिन कॉलोनी के विकास के लिए कुछ नहीं करतीं ऐसा आरोप कॉलोनीवासियों ने लगाया है. इस मुद्दे को लेकर बुधवार 6 अगस्त को स्थानीय नागरिकों ने पुरानी धामणगांव ग्रामपंचायत को लिखित ज्ञापन सौंपा, जिसमें हनुमान टाउन, प्रकाश विहार, खेतान नगर, आशीष कॉलोनी, पांडे लेआउट समेत कुल 42 कॉलोनियों का समावेश है. इन कॉलोनियों को पर्याप्त फंड न मिलने के कारण विकास कार्य ठप्प पड़े हैं. यदि ये क्षेत्र धामणगांव नगर परिषद की सीमा में शामिल हो जाते हैं, तो यहां का विकास संभव हो पाएगा और धामणगांव को स्मार्ट सिटी बनने में मदद मिलेगी. इसी मांग को लेकर आने वाले स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ग्रामसभा में नगर परिषद सीमा विस्तार के लिए ना हरकत प्रमाणपत्र और विशेष ग्रामसभा ठराव पारित कर नगर परिषद प्रशासन को सौंपने की मांग की गई है. यह ज्ञापन ग्राम पंचायत सरपंच विश्वेश्वर दिघाड़े एवं ग्राम विकास अधिकारी अहिरवार को सौंपा गया.
इस अवसर पर राजेश्वर राणे, योगेश खाकले, मंगेश पुरी, नम्रता राणे, मोनिका पुरी, हथाली खवले, ज्ञानेश्वरी खसले, दिलीप खसले, किरण देशमुख, अरुण आहे, वैजयंतीमाला आड़े, निरंजन चव्हाण, शालू चव्हाण, संतोष जयसवाल, उमादेवी जयसवाल, प्रमोद वाघ, शीतल वाघ, देवेन्द्र वानखड़े, नीलेश वानखड़े, जसवानी वानखड़े, अनुराधा वानखड़े, मनोज उइके, शालिनी उइके, सुभाष राऊत, प्रफुल्ल शिरसाट, रंजीत गावंडे, लक्ष्मण शिरसाट, प्रवीण शिरसाट, नितिन इंगोले, चंचल इंगोले, दुशांत मेधावत, कल्पना मेधावत, नारायण वर्गी, वंदना वर्गी, अतुल रावेकर आशा रावेकर, गजानन लोकस्ट और वृषाली लोकस्ट सहित बड़ी संख्या में कॉलोनीवासी उपस्थित थे.





