इष्टदेव भगवान झूलेलाल का अपमान करनेवाले अमित बघेल पर हो कारवाई

सिंधी समाज में भारी आक्रोश

* समाज बंधुओं ने जिलाधिकारी को सौंपा निवेदन
अमरावती/ दि. 5 – सिंधी समाज के इष्टदेव भगवान झूलेलाल ने हमेशा मानव समाज को एकता, दयालुता और मानवता का संदेश दिया है. वे किसी भी व्यक्ति या किसी भी जीव के प्रति कभी भेदभाव करना नहीं सिखाते, लेकिन छत्तीसगढिया क्रांति सेना के अध्यक्ष एवं जोहार छत्तीसगढ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल ने जिस तरह भगवान झुलेलाल के खिलाफ अपशब्दों का उपयोग किया है. उसे सिंधी समाज सहन नहीं करेगा. इससे पहले भी अमित बघेल ने महाराजा अग्रसेन और पं. दीनदयाल उपाध्याय पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं, जिससे देशभर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है.
विगत 27 अक्तूबर को अमित बघेल द्बारा सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में इन पूजनीय व्यक्तित्वों के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की गई थी. इस बयान से सिंधी समाज और अग्रवाल समाज दोनों की धार्मिक भावनाएं गहराई से आहत हुई है. बघेल के खिलाफ मुंबई में शिकायत दर्ज की गई है, वहीं छत्तीसगढ के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और कोरबा जिलों मेें एफआईआर भी दर्ज की गई है.
सोमवार, 4 नवंबर को सिंधी समाज ने इस कृत्य के विरोध में शांतिपूर्ण रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचकर निवेदन पत्र सौंपा. रैली की शुरूआत रामपुरी कैम्प स्थित मिट्ठू चक्की से हुई. जहां सुबह 11 बजे बडी संख्या में समाजबंधु, व्यापारी महिला मंडल और युवा वर्ग उपस्थित थे. सिंधी समाज ने कलेक्टर को सौंपे गए निवेदन में कहा कि भगवान झुलेलाल सिंधी समाज के आराध्य देवता हैं और उनके प्रति की गई आपत्तिजनक टिप्पणी न केवल समाज की आस्था का अपमान है, बल्कि धार्मिक सौहार्द के लिए भी खतरा है.
कलेक्टर को सौंपे निवेदन में सिंधी समाज बंधुओं ने अपनी कई मांगे रखी है. जिनमें अमित बघेल के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए, धार्मिक आस्थाओं का अपमान करने वालों पर सख्त निगरानी रखी जाए और भविष्य में ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई के लिए ठोस तंत्र स्थापित किया जाए.
सिंधी समाज ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस गंभीर प्रकरण में शीघ्र और न्यायपूर्ण कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति धार्मिक भावनाओं को आहत करने का दुुस्साहस न करे. इस अवसर पर बडी संख्या में सिंधी समाज के वरिष्ठ नागरिक, व्यापारी, महिला मंडल, युवा कार्यकर्ता एवं समाज प्रतिनिधि उपस्थित थे.

* मानवता को शर्मसार करने वाला मामला
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष एवं जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल ने जिस तरह भगवान झूलेलाल सहित अन्य महापुरुषों का अपमान किया है, वह सम्पूर्ण मानवता को शर्मसार करने वाला कृत्य है. सिंधी समाज ने स्पष्ट कहा है कि जब तक दोषी को सजा नहीं मिलती, तब तक देशभर में आंदोलन जारी रहेगा. इस प्रकरण में अन्य समाजों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है.
उपस्थित प्रमुख व्यक्ति- मोहित भोजवानी, मनीष बजाज, श्रीचंद तेजवानी, भूषण बनसोड, किशोरचंद पुरसवानी, मुकेश लालवाणी, मोरंदमला बुधलानी, गुलशन दुर्गाई, अभिषेक पंजाबी, वैभव बजाज, आकाश रायखानदानी, विक्की खत्री, दिनेश मीरानी, अवी नेभानी, गणेश नेभानी, विक्की नावानी, राजेंद्र तेजवानी, हर्ष खत्री, दीपक जेठाणी, महेश खत्री, सुरज आहुजा, पवन आहुजा, चंदन नागवाणी, गिरीश बोधानी, अनिल कमनानी, मुकेश पिंजानी, सुनील सोनी, विक्की आहुजा, लखन वाधवानी, जय शर्मा, अनिल गंगवाणी, सतीश साधवानी, अनिल जेठाणी, अशोक नागवाणी, विक्की देवानी, सुनील हासानी, सुरज हासानी, ललित राघानी, हरिश सुंदरानी, प्रेम पुरस्वानी, राकेश जेठाणी, राजेश मोटवानी, संतोष चंदवानी, आकाश रायखानदानी, मोहन खत्री, लखन मीरानी, कमलेश बुधवानी, अनिल कमरानी, गणेश नेमानी, विक्की देवानी, सतीश साधवानी, चंदन नागवानी, मुकेश लालवाणी, मोरंदमला बुधलानी, रामचंद पिंजानी, दयाराम पिंजानी, सुरेशकुमार गंगवाणी, सुरेशकुमार खत्री, जगदीश गंगवाणी, अजय नावानी, आनंद जेठाणी, तुलसीदास बजाज, राकेश जयसिंघानी, अजय बजाज, अजय सोभानी, विजय थधानी, आकाश जयसिंघानी, मनीष बिशनानी, आकाश तनवाणी, राजकुमार गंगवाणी, सुरेश देवानी, प्रकाश देवानी, महेश धनकानी, अनिल जवहाराणी, अनिल मुडवानी, हरीश सुंदरानी, महेश नंदवाणी, नरेश नंदवाणी, सतराम सुखेजा, बलराज आनंदानी, अन्नू तेजवानी, अरुण पिंजानी, अशोक दोडाई, किशनचंद धामेचा, अशोक मीरानी, गुलाब उदासी, श्रीचंद भोजवानी, सुनील उदासी, अशोक राजपाल, बलराम गंगवाणी, राजकुमार बतरा, प्रकाश नावानी, रघुवीर भोजवानी, संतोष पारवानी, ठाकुरदास भागवाणी, ओमप्रकाश पुंशी, दीपक भोजवानी, नरेश चैनानी, लालचंद धामेचा, जॉनी पिंजानी, सुरेश पिंजानी, हरीश दलवानी, श्याम धनकानी सहित बड़ी संख्या में समाजबंधु उपस्थित थे.

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