मनपा चुनाव से पहले की हलचलें तेज
इच्छुकों द्बारा फिल्डिंग शुरू

* सियासी समीकरणों में अनेक को टिकट कटने का अंदेशा
अमरावती/ दि. 10- महापालिका चुनाव की प्रशासन स्तर पर प्रभाग रचना बनाए जाने के साथ जहां तैयारी आरंभ हो गई है. वहीं शहर और जिले में साफ देखा जा रहा है कि राजनीतिक हलचलें तेज हो गई है. अनेक दलों से इनकमिंग व आउट गोइंग हो रहा है. ऐसे में बनते बिगडते समीकरणों का अंदाज लगाकर इच्छुक सावधानी बरतने का चित्र अमरावती में दिखाई पड रहा है. दूसरी ओर सत्ताधारी विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि वोटर्स को आकृष्ट करने के लिए दनादन भूमिपूजन और उद्घाटनों में लगे हैं.
* मनपा पर सर्वाधिक दबाव
महापालिका कब्जाने के लिए सभी दलों में जबर्दस्त मशक्कत दिखाई पड रही है. समय पर आनेवाले समीकरणों को फिलहाल बाजू में भी रख दे तो स्पष्ट हो रहा है कि प्रशासन पर काफी दबाव हैं. एक दल के पदाधिकारी आयुक्त के कक्ष से बाहर निकले. उतने में दूसरे दल के पदाधिकारी जन समस्याओं का बहाना कर आयुक्त की केबिन में जाने की होड कर रहे हैं. एक के बाद एक प्रमुख दलों पश्चात छोटे दलों का भी नंबर लग रहा है. महापालिका में सौम्या शर्मा चांडक नई नियुक्त हुई है. उन्होंने अमरावती में आते ही शाम को कार्यभार स्वीकारा. अगली सुबह वे जन समस्याओं का अवलोकन करने सडकों पर उतर चुकी थी.
* इच्छुक ढूंढ रहे बहाने
अपने प्रभाग, क्षेत्र की समस्या को महापालिका में अथवा झोन कार्यालय में जाकर मुखर करने के वास्ते अनेक इच्छुक ललाइत है. दो दिनों की बारीश की झडी ने उन्हें निचले भागों में हुए जल जमाव की शिकायत करने का अवसर प्रदान किया. उसी प्रकार चुनाव लडने के इच्छुक त्यौहारों पर भी संदेशों के आदान प्रदान के साथ कार्यक्रमों में बिल्कुल समय पर पहुंच रहे हैं.
* नेताओं को रिझा रहे
बीजेपी हो या कांग्रेस अथवा राकांपा या फिर शिवसेना सभी पार्टियों के कार्यकर्ता अपने- अपने लीडर की नजरों में चढने का भरसक प्रयास कर रहे हैं. विशेषकर मई में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद से अपने लीडर का प्रत्येक आदेश यह कार्यकर्ता शिरोधार्य कर रहे हैं. सभी भूमिपूजन में बिना विलंब पहुंचनेवाले कार्यकर्ता सावन माह और त्यौहारों का अवसर भी बराबर इन कैश करने की जुगत में लगे हैं. अपने क्षेत्र के प्रमुख चौक पर त्यौहार विशेष के पोस्टर बराबर लगा रहे हैं. जिससे क्षेत्र के लोगों को भी अपने भाग से इस बार इस कार्यकर्ता के चुनाव लडने की संभावना का पता चल रहा हैं. फिर वे बगीचों की मार्निंग वॉक में अपने मित्रजनों से उसकी चर्चा किए बगैर नहीं रहते.
* बनते बिगडते समीकरण
महापालिका चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण बनते- बिगडते दिखाई दे रहे हैं. सत्ताधारी पक्ष के एक प्रमुख नेता ने पाला बदल लिया. वहीं ठाकरे बंधुओं का मुंबई मेें विजय सम्मेलन होने से भी अमरावती में शिवसेना उबाठा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना एकत्र आने की संभावना राजनीति के जानकार देख रहे हैं. तथापि कुछ लोग मानकर चल रहे हैं कि मनपा और पालिका चुनाव दिवाली बाद ही होंगे. दिवाली अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में होने से नवंबर का महीना चुनाव के लिए उपयुक्त बताया जा रहा है. ऐसे में समय पर बननेवाले समीकरणों पर काफी कुछ निर्भर होगा. दल बदल नेता ही कर सकते हैं क्या ? यह सवाल उठाते हुए एक मंजे हुए कार्यकर्ता ने दावा किया कि इस बार निचले स्तर पर भी काफी बदलाव अपेक्षित है. उनके कहने का तात्पर्य यह है कि कार्यकर्ता भी अब पाला बदलने से नहीं हिचकेंगे.





