कृषि प्रारुप के प्रभावी अमल की कृषि अधिकारी-कर्मचारियों पर बड़ी जिम्मेदारी
विधायक संजय खोडके ने कृषि विकास के महत्वपूर्ण पहलुओं पर किया मार्गदर्शन

-कृषि मित्र प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित कृषि चर्चा सत्र में कृषि विकास पर मंथन
अमरावती/दि.8- राज्य सरकार ने अगले पाँच वर्षों के लिए कृषि विकास के दृष्टिकोण से 25 हजार करोड़ रुपए के विकास आराखड़े की घोषणा की है. इसमें हर वर्ष 5 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान शामिल है. इससे पूर्व जहां आर्थिक अड़चनों के चलते कृषि क्षेत्र में आवश्यक निवेश नहीं हो पा रहा था, अब वहां बेहतर निवेश व खर्च की व्यवस्था हो सकेगी. इस संदर्भ में सहायक कृषि अधिकारी व पर्यवेक्षक महत्वपूर्ण कड़ी हैं, क्योंकि वे क्षेत्र में जाकर कृषि विकास की समस्याओं की जानकारी रखते हैं. इन कर्मचारियों के आंकृतीबद्ध (क्लासिफिकेशन) प्रस्ताव को शासन को भेजने का प्रयास जारी है, ताकि शीघ्र सकारात्मक निर्णय लिया जा सके. इस जानकारी की घोषणा कृषि मित्र प्रतिष्ठान के मुख्य प्रवर्तक एवं महाराष्ट्र राज्य विधान परिषद सदस्य संजय खोडके ने की.
कृषि मित्र प्रतिष्ठान अमरावती द्वारा रविवार, दिनांक 07 सितंबर 2025 को राजापेठ मार्ग स्थित आरसीएन डिजिटल सभागृह में कृषि चर्चा सत्र का आयोजन किया गया. इस सत्र की अध्यक्षता विधायक संजय खोडके ने की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कृषि प्रगतिपरक नीतियां अपनाई जा रही हैं, जिनसे मराठवाड़ा व पश्चिम महाराष्ट्र को काफी लाभ मिल रहा है. परंतु विदर्भ, विशेषकर अमरावती विभाग, अभी भी कृषि क्षेत्र में पिछड़ा हुआ नजर आता है. विधायक संजय खोडके ने जोर देते हुए कहा कि कृषि विकास के लिए कृषि अधिकारी, कृषि विशेषज्ञ, कृषि व्यावसायिक, कृषि तज्ञ व किसान मित्रों का संगठित रूप से काम करना जरूरी है. उन्होंने किसानों के मुद्दे उठाकर समाधान निकालने हेतु एकजुट होकर आवाज उठाने का आह्वान किया. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि कृषि क्षेत्र को आर्थिक समर्थन प्रदान करना आवश्यक है. इसके लिए कृषि पदवीधारक व सहकारी पतसंस्थाओं की स्थापना से कृषि विकास को मजबूत सहयोग मिलेगा.
सत्र में कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि महाविद्यालयों के विशेषज्ञ, प्रतिष्ठित किसान, कृषि संबंधित विभागीय अधिकारी व अन्य विशेषज्ञों ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए. उन्होंने अमरावती विभाग व जिले में कृषि विकास के समक्ष आ रहे समस्याओं पर गंभीर मंथन किया. विधायक संजय खोडके ने भविष्य में कृषि मित्र प्रतिष्ठान के माध्यम से किसान मेले, कृषि प्रदर्शनियाँ, परिसंवाद और कृषि मार्गदर्शक कार्यशालाओं जैसे कई उपक्रम आयोजित करने की योजना व्यक्त की. चर्चा सत्र में उपस्थित मान्यवर विशेषज्ञ व किसानबंधुओं के अनुभव व सुझाव सुनकर सामूहिक प्रयास से स्थायी व प्रगतिशील कृषि के नए मार्ग खोजने का संकल्प व्यक्त किया गया.
अंत में वीरेंद्र भोयर ने सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में विवेक टेकाडे, दत्ता इंगोले, उमेश वानखेडे, श्री. तेलखडे सहित कृषि क्षेत्र के कई शासकीय अधिकारी, कृषि पदवीधर व पदविकाधारक मौजूद थे.





