लापता बालक की तलाश के लिए अकोला पुलिस का 21 दिन का सफल अभियान
सोलापुर जिले के पंढरपुर से बालक को लिया कब्जे में

* जांच दल को अकोला एसपी ने घोषित किया 10 हजार रुपए का रिवार्ड
अकोला/दि.3- अकोला शहर के खदान परिसर के सरकारी गोदाम के पास के घर से लापता हुए 14 वर्षीय बालक को अकोला अपराध शाखा के दल ने 21 दिन बाद खोज निकालने में सफलता प्राप्त की है. इस बालक को सोलापुर जिले के पंढरपुर से कब्जे में लेकर सकुशल उसके परिजनों के हवाले किया गया हैं. इस सफलता पर अकोला की जिला पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक ने जांच दल को 10 हजार रुपए का पुरस्कार घोषित किया हैं.
जानकारी के मुताबिक खदान परिसर निवासी संतोष कनोजिया का 14 वर्षीय बेटा ऋषिकेश 11 नवंबर की शाम 7 बजे घर से किसी को कुछ न बोलते हुए चला गया था. इस कारण 12 नवंबर को संतोष कनोजिया ने खदान थाने में शिकायत दर्ज की. उसी रात एक प्रतिष्ठित सदस्य ने वॉट्सअॅप ग्रुप पर मिसींग बाबत जानकारी शेअर कर जिला पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक से बच्चे की तलाशी के लिए व्यक्तिगत रूप से ध्यान देकर विशेष दल गठित करने का अनुरोध किया था. लेकिन बालक को खोजने के लिए आवश्यक कोई भी पूरक जानकारी पालक के पास उपलब्ध नहीं थी. बालक मोबाईल का इस्तेमाल न करता रहने से और किसी भी व्यक्ति पर पालक का संदेह न रहने से जांच में दुविधा निर्माण हुई थी. प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए अपराध शाखा का एक दल तैयार कर गोपनिय रूप से बालक के निवासस्थान परिसर, शाला, ट्यूशन सहित अन्य स्थानों से जानकारी इकट्ठा कर रहा था. 16 दिन बितने के बावजूद बालक का पता न चलने से उसके माता-पिता ने एसपी अर्चित चांडक से प्रत्यक्ष भेंट कर एक घंटे तक चर्चा की और बच्चे की तलाश करने का अनुरोध किया. घटना की गंभीरता को देखते हुए अर्चित चांडक ने अपराध शाखा और एसडीबीओ को खोज करने की सूचना दी. पश्चात एलसीबी के दल ने फिर से सीसीटीवी कैमरे चेक किए तब संबंधित बालक 11 नवंबर को अकोला रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 3 से रात 8 बजे ट्रेन नंबर 11406 अकोला से कोल्हापुर ट्रेन में बैठकर जाता दिखाई दिया. तब एक अधिकारी और 10 जवानों के दल ने नागपुर-कोल्हापुर एक्सप्रेस मार्ग पर रहनेवाले रेलवे स्टेशन वाशिम, हिंगोली, वसमत, पूर्णा, गंगाखेड, परली वैजनाथ, लातूर, धाराशिव, पंढरपुर आदि स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे चेक किए. तब ऋषिकेश पंढरपुर रेलवे स्टेशन पर उतरता दिखाई दिया. इस कारण एलसीबी के दल ने बाल की पंढरपुर शहर के रेलवे स्टेशन, विठ्ठल रूक्मिणी मंदिर परिसर, बस स्टैंड परिसर तथा विभिन्न मठ तथा चंद्रभागा नदी का तट आदि स्थानों पर खोज की. अनेक लोगों को उसका फोटो दिखाकर जानकारी ली. तब संबंधित बालक 2 दिसंबर को दोपहर बाद सरगम चौक के एस.के. सलून के पास दिखाई दिया. इस बालक की तलाश के लिए अपराध शाखा के दल ने कुल 150 से 200 सीसीटीवी कैमरे की जांच कर जानकारी इकट्ठा की थी और 150 से 200 लोगों से पूछताछ की. इस तरह अथक परिश्रम कर अकोला एलसीबी के अधिकारी व जवानों ने बालक को सकुशल अकोला लाकर जिला पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक की उपस्थिति में उसके माता-पिता के हवाले किया. एलसीबी के दल द्बारा की गई इस कार्रवाई पर जिला पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपए का रिवार्ड घोषित किया हैं.





