विदर्भ में महावितरण के 22 लाख ग्राहकों के 923 करोड़ बकाया
बिजली बिल वसूले करें, अन्यथा कार्रवाई; प्रादेशिक बैठक में निर्देश

अकोला/प्रतिनिधि दि.११ – विदर्भ के महावितरण के 22 लाख ग्राहकों की ओर 923 करोड़ बकाया है. ऐसी स्थिति में महावितरण कंपनी को यदि टिकाना हो तो बिजली बिल वसुली जरुरी है. इसलिए बिजली बिल वसूली में लापरवाही बरतने पर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की चेतावनी नागपुर विभाग के प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने दी है.
नागपुर प्रादेशिक विभाग अंतर्गत आने वाले पांचों परिमंडल के मुख्य अभियंता,अधीक्षक व कार्यकारी अभियंताओं की बैठक विगत 8 सितंबर को नागपुर में आयोजित की गई. इस बैठक में प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने सभी परिमंडलों की विस्तारपूर्वक समीक्षा ली. महावितरण के अध्यक्ष व व्यवस्थापकीय संचालक विजय सिंघल ने सभी वर्गवारी के बकाया 100 प्रतिशत वसूल करने के निर्देश दिए हैं. जिसके अनुसार नागपुर प्रादेशिक विभाग के कर्मचारियों ने बकाया वसुली और बिजली नुकसान कम करने के लिए नियोजनबद्ध तरीके से काम करने कहा है. इसके लिए मीटर रीडिंग एजंसी की नियमित बैठकें ली जाए, 0 व 1 से 30 यूनिट बिजली का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों की कड़ाई से जांच करने, कुछ समय के लिए या हमेशा के लिए बिजली आपूर्ति खंडित होेने वाले ग्राहकों पर ध्यान देकर बिजली चोरी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई करे, आदि निर्देश प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने इस समय दिए.
सार्वजनिक दियाबत्ती जलापूर्ति योजना के चालू बिजली बिल का बकाया वसूल करने के निर्देश राज्य शासन व्दारा दिए गए हैं. जिसके अनुसार कार्यवाही की जाये. किसी भी प्रवर्ग के ग्राहकों पर बकाया होेने पर वह वसूल करें, यदि ग्राहक बिजली बिल नहीं भरता हो तो उसकी बिजली आपूर्ति खंडित करें. इस काम में लापरवाही करने वाले अभियंता, तकनीकी कर्मचारी व अन्य कर्मचारियों पर कार्यवाही करने के निर्देश प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने बैठक में दिए.
गणेशोत्सव व त्यौहारों के समय ग्राहकों को अखंडित बिजली मिले, इसके लिए ध्यान देने के निर्देश उन्होंने अधिकारियों को दिए. नागपुर प्रादेशिक विभाग में लघुदाब घरेलु,वाणिज्यिक औद्योगिक व शासकीय कार्यालय पर करीबन 22 लाख 17 हजार 041 लाख ग्राहकों पर 923 करोड़ 68 लाख रुपए बकाया है.
परिमंडल ग्राहक बकाया
अकोला 5,87,831 257.23 करोड़ रु.
अमरावती 5,68,426 238.73 करोड़ रु.
चंद्रपुर 2,60,723 66.90 करोड़ रु.
गोंदिया 1,83,191 35.86 करोड़ रु.
नागपुर 6,16,870 324.93 करोड़ रु.