बेस्ट युनिट स्पर्धा में अकोला ने मारी बाजी
कम्यूनिटी पुलिसिंग में अमरावती ग्रामीण, दोष सिध्दी में यवतमाल अव्वल
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अन्य जिलों का भी रहा बेहतरीन प्रदर्शन
अकोला/दि.5 – प्रदेश पुलिस महासंचालक के आदेशानुसार बेस्ट पुलिस युनिट स्पर्धा का आयोजन किया गया है. इस स्पर्धा के लिये कुछ नियम निर्धारित किये गये हैं. अमरावती संभाग में शामिल 5 जिलों के प्राप्त ब्यौरे के पश्चात विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा ने तय मापदंडों के अनुसार दस्तावेजों का परीक्षण किया. इस परीक्षण के बाद उन्होंने परिणाम की घोषणा की. आयजीपी व्दारा दी गई जानकारी के अनुसार पुलिस कम्युनिटिंग में अमरावती ग्रामीण, दोष सिध्दी में यवतमाल तथा उच्च तकनीकी का इस्तेमाल करने में वाशिम जिला आगे रहा. इसके विपरीत जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका राऊत की अनुवाई में अकोला पुलि स ने सभी क्षेत्रों में बाजी मारते हुए संभाग में प्रथम क्रमांक प्राप्त किया. इसके बाद राज्यस्तर पर होने वाली स्पर्धा में परीक्षा किया जायेगा.पुलिस महासंचालक के मार्गदर्शन पर गठित स्क्रूटिनी कमिटी जांच कर परिणाम की घोषणा करेगी कि कौन से जले ने बेहतर प्रदर्शन किया है.
जिला पुलिस अधीक्षक जी. श्रीधर ने जून माह के अंतिम सप्ताह में पदभार संभालने के पश्चात संबंधित अधिकारियों को क्राईम कंट्रोल करने के लिये कुख्यात अपराधियों पर नकेल कसने के लिये एमपीडीए, तड़ीपार जैसे प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिये. वहीं पुलिस दस्तावेजों में दर्ज मामले की जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के आदेश दिये. पुलिस अधीक्षक तथा अपर पुलिस अधीक्षक मोनिका राऊत व्दारा हर रोज दिये गये कामों का परीक्षण किया जाता था. जिका परिणाम सामने आया कि अमरावती संभाग में अकोला पुलिस ने प्रथम क्रमांक हासिल किया.
निगेटिव क्राईटेरिया के तहत जांच
जिले में सब कुछ बेहतर दिखाई देने के बावजूद कुछ अंदरुनी घटनाएं घटती है. स्पर्धा के दौरान इन विषयों की निगेटिव क्राईटेरिया के तहत जांच की जाती है. इस जांच प्रक्रिया में पुलिस पर एसीबी के ट्रैप में अधिकारी या कर्मचारी पकड़े गये. जिले में जातीय दंगे हुए है क्या, पुलिस कस्टडी में मौत हुई अथवा नहीं. पुलिस की गिरफ्त से आरोपी फरार हुए है क्या,वीवीआईपी बंदोबस्त में किसी प्रकार की लापरवाही हुई है क्या, इन बातों की जांच के बाद अंक दिया गया.
अमरावती विशेष पुलिस महानिरीक्षक की जांच में सामने आये परिणामों में अमरावती ग्रामीण कम्युनिटी पुलिसिंग में आगे रही. वहीं न्यायालय में चलने वाले अपराधों में नामजद आरोपियों को सजा दिलाने में यवतमाल पुलिस एवं नई तकनीकों के इस्तेमाल में वाशिम जिला अग्रणी रहा. लेकिन अकोला पुलिस स्पर्धा के लिये तय किये गये सभी मापदंडों पर खरा उतरते हुए आगे रहा.
इन दो महत्वपूर्ण चरणों के तहत जांच की गई
क्राईम रेशो
1.अपराधों में बढ़ोतरी
2. महिलाओं पर अत्याचार
3. क्राईम पेंडन्सी
4.गैम्बलिंग पर कार्रवाई
5. प्रोबेशन पर कार्रवाई
6. नशीला पदार्थ
7. प्रिवेंटिव एक्शन
प्रशासकीय
1. कर्मचारियों को समय पर प्रमोशन मिला अथवा नहीं
2. पेंशन केस पेंडिंग है अथवा नहीं
3.पे फिक्शन समय पर हुआ या नहीं
4. भर्ती हुई अथवा नहीं
5. डिस्पेलनरी एक्शन समय पर हुआ या पेंडिंग रखा गया.