अकोला/दि.30- मालवण के राजकोट किले में छत्रपती शिवाजी महाराज के पुतले के विषय में वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष एड. प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि प्रतिमा कितनी भी कमजोर हो, गिर नहीं सकती. जिससे संशय है कि शिवाजी महाराज का पुतला गिरा अथवा उसे किसी ने गिराया?
आंबेडकर के इस बयान पश्चात जोरदार हंगामा होने की संभावना हैं. वंचित के अध्यक्ष ने पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस इस बारे में माफी क्यों नहीं मांग रहे है. प्रकाश आंबेडकर ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव हेतु तीसरे मोर्चे के लिए 10 सितंबर को बैठक लेकर निर्णय किया जाएगा.
संपूर्ण प्रकरण की जांच
आंबेडकर ने कहा कि धातु का पुतला कमजोर रहने पर भी गिर नहीं सकता. पुराने दौर में भी गांव-गांव में बाबा साहब, महात्मा फुले और अन्य महापुरुषों की मूर्तियां स्थापित की गई है. वे मात्र चबूतरे पर स्थापित है. फिर भी धराशाही होने की कोई घटना नहीं हुई. मूर्तियों को खंडित, विकृत, विडंबना करने की घटनाएं हुई है. आंबेडकर ने दावा किया कि प्रतिमा गिर जाने की घटना उन्होंने आज तक कभी नहीें सुनी, जिससे उन्हें बिल्कुल शक है कि यह शिवाजी महाराज की मूर्ति भी धराशाही हुई या धराशाही की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा राजकीय परिस्थिती में जनता का ध्यान विचलित करने तो यह नहीं किया गया?