* तत्कालीन अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक ने किया पद का गैरउपयोग
अकोला/ दि.27 – संदेहास्पद आरोपी बताकर अकोला के तत्कालीन अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक ने कई लोगों के सीडीआर व एसडीआर निकालने का चौकाने वाला मामला सामने आया है. एड. नजीब शेख का इसी तरह कॉल डिटेल निकाले जाने से उन्होंने पुलिस अधिक्षक के समक्ष शिकायत दी है. पुलिस अधिक्षक ने इसके लिए जांच समिति गठित कर उपविभागीय पुलिस अधिकारी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. किसके इशारे पर और किस काम से कॉल डीटेल निकाली गई, उसकी वजह जांच के दौरान सामने आयेगी.
एड. नजीब शेख ने दी शिकायत के अनुसार स्थानीय अपराध शाखा के तत्कालीन पुलिस निरीक्षक शैलेश सपकाल ने अपने अधिकारों का गैर उपयोग कर एड. नजीब शेख को गंभीर अपराध में संदेहास्पद आरोपी बताकर उनके मोबाइल का सीडीआर व एसडीआर निकाला. इस वजह से निजी गोपनियता का हनन करने वाले सपकाल पर अपराध दर्ज किया जाए, इस मांग को लेकर जिला पुलिस अधिक्षक कार्यालय के सामने धरना आंदोलन किया जाना था, लेकिन पुलिस अधिक्षक ने शिकायतकर्ताओं से बातचित कर जांच के लिए एसडीपीओ सुभाष दुधगांवकर को जिम्मेदारी सौंपी है. यह जांच 7 दिनों में पूरी करने के निर्देश दिये. इस वजह से आंदोलन स्थगित किया गया. एड. शेख ने बताया कि, खदान पुलिस थाने में दर्ज चोरी की घटना में उन्हें संदेहास्पद आरोपी बताकर कॉल डिटेल हासिल किये.
सूचना अधिकार में हासिल की जानकारी
वर्ष 2021 में स्थानीय अपराध शाखा पुलिस विभाग में कार्यरत 4-5 पुलिस कर्मचारियों ने गृहमंत्री के नाम पर ट्रान्सपोर्ट व्यवसायियों से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी. इस मामले की न्यायालयीन जांच के दौरान पुलिस ने वकील नजीब शेख की कॉल डिटेल रिकॉर्ड जमा किया था. सूचना अधिकार के तहत जानकारी प्राप्त होने से पुलिस का यह कारनामा उजागर हुआ.