चेन स्नेचरों ने पति को उतारा मौत के घाट
अकोला रेल्वे स्टेशन की घटना, रेल्वे पुलिस की भूमिका संदिग्ध

अकोला/दि.18 – अकोला रेल्वे स्टेशन पर शत-प्रतिशत सुरक्षा रहने का दावा प्रशासन करता रहते रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 पर चेन स्नेचरों ने एक महिला के पति को मौत के घाट उतार दिया. इस घटना से रेल्वे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो गया है. सांसद अनूप धोत्रे व विधायक रणधीर सावरकर ने रेल्वे प्रशासन व पुलिस से संपर्क कर सुरक्षा की दृष्टि से कडे कदम उठाने की सूचना दी है. साथ ही आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने बाबत भी सूचित किया है.
जानकारी के मुताबिक 16 मार्च की रात 9.45 बजे अकोट से मेमू ट्रेन से उतरी एक महिला के गले से बदमाशों से सोने का मंगलसूत्र झपट लिया और भागने लगे. इस घटना के बाद महिला के पति हेमंत गावंडे ने इन बदमाशों का पीछा शुरु किया. लेकिन बदमाशों ने उसी पर हमला कर उसकी बेरहमी से पिटाई कर पत्थर से उसका चेहरा कूचलकर उसे गंभीर रुप से घायल कर दिया. हेमंत गावंडे खून से सनी अवस्था में काफी समय तक वहीं पडा था. नागरिकों की सहायता से उसे तत्काल अकोला शासकीय अस्पताल में भर्ती किया गया. लेकिन उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद रेल्वे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था चरमराने की बात स्पष्ट हुई है. स्टेशन पर असामाजिक तत्व का बर्चस्व बढा है. शातीर चोर, भिखारी, अवैध फेरीवाले और यात्रियों को परेशान करने वाले गिरोह ने स्टेशन परिसर में आतंक मचा रखा है. रेल्वे स्टेशन पर पुलिस बंदोबस्त न रहने जैसी स्थिति है. हफ्ताखोरी के आरोपों के कारण नागरिकों में रोष व्यक्त किया जा रहा है.
* रेल्वे पुलिस की कार्यक्षमता संदिग्ध
रेल्वे पुलिस की कार्यक्षमता पर अनेक सवाल उठने लगे है. अकोला रेल्वे स्टेशन पर स्थानीय पुलिस की उपस्थिति न रहने से यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे है. हेमंत गावंडे की हत्या से यह उजागर होता है, ऐसी स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेल्वे पुलिस ने अब तक किसी भी संदिग्ध पर कडी कार्रवाई नहीं की है. अब इस घटना के आरोपियों की तलाश सरगर्मी से जारी है. लेकिन अब तक पुलिस को सुराग नहीं मिल पाया है.