अकोला

अकोला जिला परिषद में नेतृत्व परिवर्तन के आसार

अध्यक्ष व सभापतियों को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजी के सुर

अकोला/प्रतिनिधि दि.२६ – अकोला जिला परिषद के अध्यक्ष व सभापतियों को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी के सुर दिखाई दे रहे है. कुछ कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठों से इस सदंर्भ में शिकायत भी की है. जिसमें नेतृत्व परिवर्तन का विचार वंचित बहुजन आघाडी के वरिष्ठ स्तर पर किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है. भारिप बहुजन महासंघ तथा वंचित बहुजन आघाडी के कार्यकर्ताओं ने विद्यमान अध्यक्ष व कुछ सभापतियों को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है इतना ही नहीं इन्होंने वरिष्ठ पदाधिकारियों से तथा पार्टी के मुखिया एड. प्रकाश आंबेडकर से भी शिकायत की है. जिसमें अब जिला परिषद अध्यक्ष सहित कुछ पदाधिकारियों के राजीनामें लिए जाने के संकेत दिखाई दे रहे है.
अकोला जिला परिषद में 53 सदस्य है. जिसमें 14 सदस्यों का सदस्यपद सर्वोच्च न्यायालय द्बारा खारिज किए जाने के पश्चात अब केवल 39 सदस्यों पर जिला परिषद का कारभार है. ऐसे में नेतृत्व परिवर्तन की हवा बहने से नेतृत्व परिवर्तन के आसार स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहे है. जिसमें विद्यमान अध्यक्ष सहित कुछ पदाधिकारियों के पद जा सकते है ऐसी जानकारी विश्वसनीय सूत्रों द्बारा प्राप्त हुई है. राजकीय आरक्षण की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय द्बारा निर्णय दिया गया था. जिसमें आरक्षण का प्रतिशत 50 के ऊपर नहीं रहना चाहिए ऐसा स्पष्ट किए जाने के पश्चात 14 सदस्यों का सदस्यत्व खारीज कर दिया गया था.
जिन सदस्यों को अपात्र ठहराया गया उनमें दानापुर, वडगांव, अकोलखेड तलेगांव, कुटासा, लाखपुरी, बपोरी, घुसर, कुरणखेड, कानशिवनी, अंदुरा, देहगांव, दगडपारवा, शिरला सर्कल के 14 जिप सदस्यों का समावेश है. इन जगहों पर चुनाव के लिए इच्छूकों ने रणनीति बनाना भी शुुरु कर दी है. इस पृष्ठभूमि पर वंचित बहुजन आघाडी ने सर्कल निहाय सम्मेलन का आयोजन भी किया है. जिला परिषद पदाधिकारियों के संदर्भ में कुछ कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठों से शिकायत की थी कार्यकर्ताओं की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठों ने उसे गंभीरता से लिया है जिसमें नेतृत्व परिवर्तन की संभावना व्यक्त की जा रही है.

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