* विधान परिषद में आघाडी की जीत का किया दावा
अकोला/दि.18– राज्यसभा चुनाव के बाद यद्यपि मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे थोडे नाराज है, लेकिन नेताओें की नाराजी थोडी देर के लिए ही होती है. इसे बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना होता है. राज्यसभा चुनाव के नतीजों को पीछे छोडकर महाविकास आघाडी के मुखिया के तौर पर सीएम उध्दव ठाकरे अब विधान परिषद के चुनाव की तैयारी में जुट गये है. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने विश्वास जताया कि, विधान परिषद के चुनावी नतीजे महाविकास आघाडी के ही पक्ष में रहेंगे.
गत रोज अकोला में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, विधान परिषद के चुनाव में महाविकास आघाडी के सभी 6 प्रत्याशियों की निश्चित तौर पर जीत होने जा रही है और आघाडी में शामिल घटक दलों के विधायकों सहित एक भी निर्दलीय विधायक का वोट नहीं फूटेगा. इसे लेकर आघाडी द्वारा तमाम आवश्यक प्रयास किये जा रहे है. इसके साथ ही पूर्व मंत्री अनिल देशमुख व मंत्री नवाब मलिक को राज्यसभा के साथ ही विधान परिषद चुनाव में मतदान हेतु अदालत द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, यह दुनिया में शायद पहला अदालती निर्णय है, जब किसी विधानसभा सदस्य को अपना मतदान करने से रोका जा रहा है. साथ ही जिस तरह से सेना विधायक सुहास कांदे के वोट को अवैध करार दिया गया, उससे स्पष्ट हो गया है कि, केंद्रीय सत्ता पूरी तरह से निरंकुश हो गई है और यह स्थिति लोकतंत्र के लिए बेहद घातक है.