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अकोला जिले के तीन युवकों का गैंगस्टर लॉरेंस विष्णोई से कनेक्शन

तीनों युवक चढे पुलिस के हत्थे, पिस्तौल व जिंदा कारतूस भी जब्त

* मुख्य सूत्रधार शुभम लोणकर सहित एक अन्य अकोट तहसील के निवासी
* अडगांव से पकडा गया था तीसरा आरोपी
* एसपी बच्चन सिंह ने पत्रवार्ता में दी जानकार

अकोला/ दि.05– कुख्यात गैंगस्टार लॉरेंस विष्णोई के संपर्क में रहनेवाले तीन आरोपियों को अकोला जिला पुलिस ने दो पिस्तौल व जिंदा कारतूस के साथ अपनी हिरासत में लिया है. जांच के दौरान पता चला कि पकडे गये तीनों युवकों में से एक युवक सीधे तौर पर लॉरेंस विष्णोई के संपर्क में था और उसकी लॉरेंस सहित उसके भाई अनमोल विष्णोई के साथ बातचीत भी होती थी. ऐसे में पुलिस अब इन तीनों लोगों के फोन कॉल व वॉट्सअप कॉल रिकार्ड की जांच कर रही है. इस आशय की जानकारी अकोला के जिला पुलिस अधीक्षक बच्चनसिंह द्बारा गत रोज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में दी गई. इस जानकारी के सामने आते ही अकोला जिले में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया है.
इस संदर्भ में पुलिस द्बारा जानकारी के मुताबिक विगत 16 जनवरी को अकोला में एक कुएं से दो पिस्तौल व 9 जिंदा कारतूस जब्त किए गए तथा इस मामले में आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज करते हुए 17 जनवरी को प्रफुल विनायक चव्हाण व अजय तुलाराम देठे को गिरफ्तार किया गया था. जांच के दौरान यह भी पाया गया कि मूलत: अकोला जिले से वास्ता रखनेवाले तथा इन दिनों पुणे के वारजे में रह रहे शुभम रामेश्वर लोणकर ने एक अज्ञात आपूर्तिकर्ता को चव्हाण के पास हथियार पहुंचाने का निर्देश दिया था. जिसके बाद पुलिस ने शुभम लोणकर को भी अपनी हिरासत में लिया. पश्चात पुलिस द्बारा की गई जांच में पता चला कि लोणकर ने वर्ष 2022 एवं वर्ष 2023 में कथित तौर पर कुख्यात गैंगस्टार लॉरेंस विष्णोई के साथ वॉट्सअ‍ॅप वीडियो कॉल की थी और उसे लॉरेंस के भाई अनमोल विष्णोई सहित तीन अंतर्राष्ट्रीय नंबरो से वॉट्सअप ऑडियों कॉल भी प्राप्त हुए थे. इस जानकारी के सामने आते ही अकोला पुलिस ने इन आरोपियों के कुख्यात गैंगस्टार लॉरेंस विष्णोई के साथ रहनेवाले संबंधों को खंगालना शुरू कर दिया है. साथ ही साथ इस जांच को अकोला में हथियार लाकर रखने तथा हथियार तस्करी के मामले से जुडे बिचौलियों को खोजने पर भी केंद्रित किया गया है. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कहीं ये सभी आरोपी इन हथियारों के दम पर अकोला सहित आसपास के क्षेत्र में किसी गंभीर अपराधिक वारदात को अंजाम देने की योजना तो नहीं बना रहे थे.

* ऐसे उजागर हुआ था पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक 16 जनवरी को अकोट के पुलिस उपनिरीक्षक राजेश जवरे अपने दल के साथ अकोट पुलिस थाना क्षेत्र में गश्त लगा रहे थे, तभी उन्हें मुखबीरों के जरिए गुप्त सूचना मिली कि जो लोग अकोट से अकोला मार्ग पर अकोला नाके की पुलिया के नीचे पल्सर मोटर साइकिल लेकर खडे है और उनके पास देशी कट्टा है. यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दो लोगों को अपने कब्जे में लिया था और उनकी तलाशी ली थी. इस समय उन दोनों लोगों के पास से पिस्तौल की खाली मैग्जिन बरामद हुई थी. जिसे लेकर और अधिक पूछताछ करने पर उन दोनों लोगों ने पुलिस को एक कुंए में डाले गये 2 देशी कट्टे व 9 जिंदा कारतूस की जानकारी दी. जिसे पुलिस ने कुएं से बरामद कर लिया. साथ ही इस मामले में अकोट के धोबीपुरा में रहनेवाले 27 वर्षीय अजय तुलाराम देठे तथा तेल्हारा तहसील के अडगांव बु. में रहनेवाले प्रफुल विनायक चव्हाण को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा के तहत अपराध दर्ज किया. पश्चात पुलिस कस्टडी के दौरान की गई पूछताछ के दौरान इन दोनों आरोपियों के तीसरे साथ व मुख्य मास्टर माइंड शुभम रामेश्वर लोणकर की जानकारी सामने आयी. जो मूलत: अकोला जिले का निवासी और इन दिनों पुणे के वारजे परिसर में रहता है. ऐसे में पुलिस ने शुभम लोणकर की तलाश शुरू की तो पता चला कि वह पुणे से उज्जैन चला गया. ऐसे में अकोट पुलिस भी उज्जैन पहुंची. लेकिन तब तक शुभम लोणकर वहां से पुणे के लिए वापिस निकल गया था. जिसे पुणे के वारजे स्थित भालेकर बस्ती से 30 जनवरी को हिरासत में लेकर अकोट की अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे तीन दिन पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश सुनाया. पुलिस कस्टडी के दौरान की गई जांच और पूछताछ के चलते शुभम लोणकर का गैंगस्टार लॉरेंस विष्णोई के साथ कनेक्शन रहने की बात सामने आयी. ऐसे में हथियार तस्करी के इस मामले को अब एक अलग ही प्रुफ प्राप्त हो गया. ऐसे में पुलिस बेहद गंभीरता के साथ इस मामले की जांच कर रही है.

* कौन है लॉरेंस विष्णोई
मूलत: पंजाब के फिरोजपुर से वास्ता रखनेवाला लॉरेंस विष्णोई एक कुख्यात गैंगस्टार है. जिस पर दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज हैं और वह विगत लंबे समय से दिल्ली की तिहाड जेल में बंद है. परंतु लॉरेंस विष्णोई का नेटवर्क इतना जबर्दस्त है कि वह जेल में बैठे- बैठे भी अपनी गैंग को चलाता है और अपराधिक वारदातों को अंजाम देता है. पंजाब के विख्यात गायक सिध्दु मुसेवाला तथा राष्ट्रीय करणीसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव गोगामोडी की हत्या भी लॉरेंस विष्णोई के इशारे पर की गई थी. लॉरेंस विष्णोई का नाम उस समय सबसे अधिक चर्चा में आया था. जब उसने विख्यात फिल्म अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी और कथित तौर पर मुंबई में अपने गुर्गे भेजकर सलमान खान को जान से मारने का प्रयास भी किया था.

* जांच में रही इनकी प्रमुख भूमिका
इस मामले की जांच अकोट शहर पुलिस तथा स्थानीय अपराध शाखा ने संयुक्त रूप से की है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक बच्चनसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभय डोंगरे, सहायक पुुलिस अधीक्षक अनमोल मित्तल, स्थानीय अपराध शाखा प्रमुख शंकर शेलके, अकोट शहर के पुलिस निरीक्षक तपन कोल्हे के मार्गदर्शन में पीएसआई राजेश जवरे, अख्तर शेख, गोपाल जाधव, चंद्रशेखर सोलंके, विशाल हिवरो, मनीष कुलट, प्रेमानंद पंचांग, रवि सदाशिव, सागर मोरे, कपिल राठोड, अब्दुल मजीद, वसीमुद्दीन, संदीप तायडे तथा चालक धर्मे ने की.

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