अकोला/दि.23 – राज्य की महिला व बालविकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार पर एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि, राकांपा नेता व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार उन्हें यानी कांग्रेस के कोटे से मंत्री रहनेवालों का साथ नहीं देते. अत: राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने इसमें कुछ मदद करनी चाहिए. मंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक विगत अनेक वर्षों से बालसंगोपन के काम हेतु 450 रूपये मिला करते थे. जिसे बढाकर 1125 रूपये किया गया. किंतु इस रकम को बढाकर 2500 रूपये किये जाने का प्रस्ताव उन्होंने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को भेजा है, लेकिन उपमुख्यमंत्री के साथ ही वित्त मंत्री रहनेवाले अजीत पवार द्वारा इसमें उन्हें साथ नहीं दिया जा रहा.
बता देें कि, दो दिन पूर्व अमरावती जिले के दौरे पर आये राज्य के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात के साथ हुई कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में कांग्रेस के अमरावती ग्रामीण जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख ने आरोप लगाया था कि, महाविकास आघाडी में शामिल रहने के बावजूद जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा कांग्रेस विरोधी भूमिका अपनायी जाती है. जबकि इस समय राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके की पत्नी तथा अमरावती की विधायक सुलभा खोडके भी इस सम्मेलन में उपस्थित थी. वहीं अब राज्य मंत्रिमंडल में शामिल रहनेवाली कैबिनेट मंत्री यशोमति ठाकुर ने खुद अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिससे यह साफ हो रहा है कि, महाविकास आघाडी सरकार में सबकुछ सही नहीं है.
उस बयान का गलत अर्थ न निकाला जाये
– राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने दिया जवाब
वहीं दूसरी ओर इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा है कि, मंत्री यशोमति ठाकुर के बयान को तोर-मरोडकर पेश किया जा रहा है. अत: उनकी बात का गलत अर्थ न निकाला जाये. सुप्रिया सुले ने कहा कि, इसके पहले बाल संगोपन निधी के लिए वित्त मंत्री अजीत पवार व महाविकास आघाडी सरकार ने तुरंत निधी जारी की थी और आगे भी पैसोें की जरूरत पडने पर निधी जारी की जायेगी. साथ ही मंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा पेश किये गये प्रस्ताव पर कैबिनेट की बैठक में विचार किया जायेगा. अपने इस बयान के जरिये सुप्रिया सुले ने आघाडी सरकार में सबकुछ ‘ऑलवेल’ रहने का संदेश दिया है. साथ ही उन्होंने यह जताने का भी प्रयास किया है कि, आघाडी सरकार में एक-दूसरे के साथ किसी भी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है.