अकोला

मंदिर बंद रहने से भक्त कर रहे ‘दूर-दर्शन‘

भक्तों के बिना मना संत गजानन महाराज का ११० वां पुण्यतिथी महोत्सव

शेगांव प्रतिनिधि/दि.२४ – प्रति वर्ष संत नगरी श्री क्षेत्र शेगांव में संत गजानन महाराज के पुण्यतिथि महोत्सव (Saint Gajanan Maharaj’s death anniversary festival) में हजारो-लाखों गजानन भक्तों की मौजूदगी रहती है, लेकिन इस बार ११० वे पुण्यतिथि महोत्सव के अवसर पर माहौल पूरी तरह से सुना-सुना रहा और शेगांव संस्थान के इतिहास में पहली बार भक्तोें के बिना संत गजानन महाराज का पुण्यतिथि महोत्सव मनाया गया. इस समय कोरोना संक्रमण के चलते सभी मंदिरों की तरह श्री संत गजानन महाराज मंदिर भी बंद है और रविवार की सुबह बेहद सादे ढंग से कुछ चुqनदा पूजारियों व विश्वस्तों की उपस्थिति में यहां पर धार्मिक विधी संपन्न हुई. ज्ञात रहें कि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए शेगांव संस्थान द्वारा सभी उत्सवों को बेहद सामान्य ढंग से मनाने का निर्णय लिया है और संस्थान के इतिहास में पहली बार यह उत्सव भक्तों के बिना संपन्न हुआ. इस बार यात्रा व पालखी समारोह भी रद्द कर दिये गये. जिससे गजानन भक्तों में काफी निराशा देखी गयी(Great disappointment was seen among Gajanan maharaj devotees). प्रतिवर्ष यहां पर सैंकडों पैदल पालखियां पहुंचती है, लेकिन इस बार संस्थान में पैदल पालखियां नहीं लाने का आवाहन किया था. जिसकी वजह से शेगांव में टाल-मृदंग का गजर भी सुनायी नहीं दिया. प्रति वर्ष देश-विदेश में रहनेवाले गजानन भक्त शेगांव पहुंचकर यहां पर श्री गजानन महाराज के चरणों में लीन होते है. तीन दिन चलनेवाले पुण्यतिथि महोत्सव में करीब चार से पांच लाख भाविक श्रध्दालु उपस्थित रहते है. यहां पर परंपरा के अनुरूप पुण्यतिथि महोत्सव का प्रारंभ होता है और शहर में श्रीं की पालखी निकाली जाती है. लेकिन इस बार कोरोना संकट की वजह से श्रध्दालुजन संत गजानन महाराज के दर्शन नहीं कर पाये, लेकिन मंदिर बंद रहने के बावजूद सुबह से ही मंदिर के सामने शेगांव शहर व तहसील में रहनेवाले हजारों भाविकों ने मंदिर के बंद प्रवेश द्वार के समक्ष उपस्थित रहकर मंदिर कलश के दर्शन लिये. साथ ही अन्य शहरों में रहनेवाले भाविक भक्तों ने इस बार अपने-अपने घरों में रहते हुए अपने मनमंदिर में संत गजानन महाराज की चरण वंदना की.

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