अकोला दि.12 – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार व परिवहन मंत्री अनिल परब ने किये आह्वान के बाद पिछले 2 माह से अधिक समय से हडताल से रहने वाले राज्य परिवहन मंडल (एसटी) अकोला विभाग के और 10 कर्मचारी मंगलवार को काम पर लौटे. जिससे अकोला जिले के तीन डिपो से आठ बसेस मंगलवार को रास्ते पर दौडी. जिसके माध्यम से 400 से अधिक यात्रियों ने यात्रा की, ऐसी जानकारी मिली है.
शासकीय सेवा में विलिनिकरण इस मुख्य मांग के लिए एसटी कर्मचारी हडताल पर होने के कारण लालपरी के पहिये थम गए है. शासन की ओर से अब तक हडताल पर रहने वाले कर्मचारियों को निलंबन, नौकरी से निकालने, तबादले, सेवा समाप्ती जैसी कार्रवाई की गई. अकोला विभाग के 424 कर्मचारियों को निलंबित किया गया और 91 लोगों का तबादला किया गया है. जिले के पांच डिपो में से अकोला-2, अकोला-1 व अकोट इन तीन डिपो से 8 बसेस रास्ते पर दौड रही है. जिसमें अकोला डिपो क्रमांक एक से सबसे ज्यादा 6 बसेस व उन दो डिपो से प्रति एक बसेस का समावेश है. तेल्हारा व मुर्तिजापुर डिपो से एक भी बस नहीं दौडी, ऐसा अधिकारियों ने बताया.
ऐसी दौडी बसेस
अकोला डिपो क्रमांक-2 से दो बसेस अकोट के लिए, 2 शेगांव के लिए, 2 अमरावती के लिए दौडी. डिपो क्रमांक-1 से एक बस मंगरुलपीर के लिए दौडी. अकोट की एक बस अकोला आयी थी. मंगरुलपीर डिपो की एक बस अकोला आयी थी.
20 हजार की कमाई
अकोला डिपो क्रमांक-2 से 6 बसेस दौडी. इन बसोे में करीब 400 यात्रियों ने यात्रा की. इस फेरी से डिपो को 20 हजार की कमाई होेने की बात सूत्रों ने बताई.
कर्मचारी अपनी मांग पर अडे
हडताल समाप्त्ा कर काम पर लौटने का आह्वान शासन की ओर से की गई है. फिर भी एसटी कर्मचारी विलिनीकरण की भूमिका पर अडे हुए है, ऐसा मंगलवार को दिखाई दिया. अकोला विभाग के और 10 कर्मचारी काम पर लौटे परंतु अधिकांश कर्मचारी हडताल पर ही है.