अकोला में बोगस दस्तावेज, 52 आरोपियों पर केस
पैसे लेकर जाली कागजात पर प्रमाणपत्र !

* बीजेपी नेता सोमैया की शिकायत पर हलचल अकोला/ दि. 5- जिले में बोगस और जाली दस्तावेजों के आधार पर पंजीयन कर जन्म प्रमाणपत्र दिए जाने के संगीन मामले उजागर हुए. इन मामलों में आखिर प्रशासन ने फौजदारी केसेस दर्ज करवाए हैं. विविध थानों में 9 केस दर्ज कर 52 आरोपियों को नामजद किया गया है. उल्लेखनीय है कि बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आरोप किए थे. वे अकोला भी आए थे. उन्होंने कलेक्टर और तहसीलदार से संदिग्ध मामलों की जानकारी देकर जांच व संबंधितों पर एक्शन की डिमांड की थी.
अकोला शहर में 23 आरोपी
प्रशासन ने दस्तावेजों की जांच पडताल के बाद काफी कागजात बोगस अथवा बनावटी पाए. जिसके बाद पुलिस में शिकायत की गई है. अकोला शहर थाने में एक प्रकरण में 23 लोगों को नामजद किया गया है. ऐसे ही मूर्तिजापुर तहसील में 2 केस में, बार्शीटाकली में 3 मामलों में 12 आरोपी, पातुर तहसील में एक प्रकरण में 5 आरोपी, अकोट तहसील में 1 केस में 9 और तेल्हारा तहसील में 1 प्रकरण में 1 इस प्रकार 52 लोगों को नामजद किया गया है.
* कागजात में खोडतोड, फेरफार
उल्लेखनीय है कि बीजेपी के सांसद रहे किरीट सोमैया ने प्रदेश में बांग्लादेशी रोहिंग्या मुस्लिमों को जाली दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाणपत्र दिए जाने का गंभीर आरोप कर अमरावती और अकोला में हलचल मचा दी. उन्होंने आंकडे देते हुए दावा किया कि अकोला जिले में 15845 जन्म प्रमाणपत्र विलंब से किए गये. जिले में अलग- अलग भागों में रह रहे लोगों ने गैर मार्ग से जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने का आरोप किया गया. राजस्व महकमे ने दस्तावेजों की जांच कर प्रकरण गंभीर पाए. पुलिस स्टेशन में शिकायत दी.
* 4844 आवेदन प्रलंबित
जिला प्रशासन ने जानकारी दी कि जन्म, मृत्यु पंजीयन कानून 1969 में संशोधन कर इस बारे में सारे अधिकार जिलाधीश और उपविभागीय अधिकारी को दिए थे. अभी भी 4844 आवेदन प्रलंबित रखे गये हैं. 107 आवेदन नामंजूर किए गये हैं. 10273 जन्म, मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए जाने की जानकारी देते हुए बताया गया कि कार्यवाही के बारे में काफी शिकायतें मिलने के बाद प्रक्रिया रोक दी गई.