बाढ व बारिश से परेशान किसान ने की आत्महत्या
गांव में हर ओर कीचड रहने से रास्ते पर ही करना पडा अंतिम संस्कार
अकोला/दि.17- अकोला जिलांतर्गत आगर के पास स्थित खेकडी गांव में तुकाराम मोतीराम बुध नामक 75 वर्षीय अल्प भू-धारक किसान ने बाढ व बारिश की वजह से खेतों में लगातार हो रही फसलों की बर्बादी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. लेकिन मौत के बाद भी बाढ व बारिश से होनेवाली परेशानियोें ने इस किसान का पीछा नहीं छोडा, क्योंकि खेकडी गांव में इस समय तेज बारिश की वजह से चारों ओर कीचड हो गया है और श्मशान भूमि तक जाने के लिए रास्ता भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में इस किसान के पार्थिव पर गांव में रास्ते पर पर ही चिता सजाकर अंतिम संस्कार करना पडा.
पता चला है कि, तुकाराम बुध के पास मोर्णा नदी परिसर में दो एकड खेत है. जहां पर बुआई के लिए उसने जिला मध्यवर्ती बैंक की आगर शाखा से कर्ज लिया था. लेकिन जुलाई माह के पहले सप्ताह के दौरान मोर्णा नदी में आयी बाढ में कपास के बीज अंकुरित होते समय खेत की उपजाउ मिट्टी और फसल बह गये. ऐसे में तुकाराम बुध ने दुबारा मेहनत करते हुए बुआई की. लेकिन विगत दो माह से लगातार बारिश हो रही है और मोर्णा नदी में जलस्तर बढा हुआ है. जिसके चलते आये दिन नदी का पानी खेत में घुस आता है और फसलों की एक बार फिर बर्बादी आंखों के सामने दिखाई देने से तुकाराम बुध चिंताग्रस्त हो गये और उन्होंने गांव के निकट एक पेड से फंदा लगाते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस किसान के परिवार में एक बेटा व चार बेटियों सहित बहुएं व नाती-पोते है, जिन पर इस समय दुखों का पहाड टूट पडा है.