पुंडा की सनसनीखेज घटना, पत्नी समेत एक गिरफ्तार
अकोला/ दि. 30- शराबी पति की प्रताडना से परेशान होकर पत्नी दो बच्चों को लेकर मायके पुंडा चली गई. परंतु वहां भी शराबी पति ने उसका पीछा नहीं छोडा. दो तीन दिन में पुंडा गांव आकर पति ने जमकर हंगामा मचाया. रोजाना शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडित होने के कारण पत्नी ने पति का हत्या करने का षडयंत्र रचा. 30 हजार रूपए की सुपारी देते हुए पडोसी की सहायता से उसने पति को फांसी लगाई और पति ने आत्महत्या की ऐसा दिखावा किया. परंतु पुलिस की तहकीकात में झूठ पकडा गया. पुलिस ने पत्नी पडोसी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
अकोट तहसील के पुंडा निवासी कांचन काकड नामक युवती का 4 वर्ष पूर्व पातुर तहसील के सचिन घामराव बांगर से विवाह हुआ. उन्हें दो बेटियां हुई. ऐसे में सचिन को शराब पीने की लत लगी. पत्नी को गालियां देकर मारपीट करने लगा. रोजाना की प्रताडना से तंग आकर कांचन मायके पुंडा गांव गई. परंतु पति पुंडा गांव में आकर उसे गालियां देते हुए मारपीट करता था. रोजाना की झंझट से मुक्ती पाने के लिए कांचन ने उसके पति सचिन की हत्या का षडयंत्र रचा. इस षडयंत्र में उसने पडोंसी दिगांबर प्रल्हाद मालवे को साथ में लिया. उसे 30 हजार रूपए का प्रलोभन देेेते हुए एक तरह से पति की हत्या करने की सुपारी दी. 28 दिसंबर की सुबह 8 बजे पुंडा-बांबर्डा रोड पर 35 वर्षीय व्यक्ति की लाश लोहे के ऐंगल के सहारे फांसी के फंदे पर झूलती हुई दिखाई दी. दहीहांडा के थानेदार सुरेन्द्र राउत अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे. घटनास्थल का पंचनामा कर लाश पोस्टमार्टम के लिए रवाना करते हुए आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया. परंतु थानेदार राउत को संदेह होने के कारण उन्होंने गहन तहकीकात की. जिसमें वह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या होने की बात उजागर हुई. इस मामले में पुलिस ने कांचन बागर के साथ दिगांबर मालवे के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
आत्महत्या नहीं हत्या
इस आत्महत्या के मामले में पुलिस ने गहन तहकीकात की तब सचिन बांगर के पैर पर मार के निशान दिखाई दिए. साथ ही फांसी के फंदे पर झूलते समय उसके पैर जमीन पर लगे हुए थे. पुलिस ने उसकी पत्नी कांचन को अपने कब्जे में लिया. जांच में उसने पति द्बारा रोजाना शराब पीकर मारपीट करने और पडोसी को 30 हजार रूपए की सुपारी देकर पति को घर में ही फांसी लगाई, ऐसा अपराध कबूल किया.