पुलिस के गश्ती दल पर फायरिंग
अकोला के मांजरी फाटा से कंचनपुर मार्ग की घटना
* पुलिस का दल कर रहा था 4 संदेहितों का पीछा
* 2 दुपहिया वाहनों पर सवार होकर भाग रहे थे संदेहित
अकोला/दि.1 – समिपस्थ उरल पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत नाइट पेट्रोलिंग कर रहे पुलिस के दल पर 30 दिसंबर की रात ढाई से तीन बजे के दौरान मांजरी फाटा से कंचनपुर मार्ग के बीच अज्ञात लोगों ने दुनाली बंदूक से फायरिंग की. जिसके बाद 4 संदेहित आरोपी 2 दुपहिया वाहनों पर सवार होकर वहां से भाग निकले.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक 30 दिसंबर की रात पुलिस सिपाही दिनकर इंगले व चालक पुलिस सिपाही नीतेश मुंडे अपने सरकारी वाहन क्रमांक एमएच-30/एच-549 में सवार होकर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत नाइट पेट्रोलिंग की ड्यूटी कर रहे थे तभी उन्हें रात ढाई बजे के आसपास मांजरी फाटा से कंचनपुर मार्ग के बीच 2 दुपहिया वाहनों पर 4 लोग संदेहास्पद दिखाई दिये. जिसके चलते दोनों पुलिस कर्मियों ने अपने सरकारी वाहन से उनका पीछा करना शुरु कर दिया. यह देखकर एक दुपहिया वाहन की पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति ने अपनी पीठ से एक लंबा हथियार निकालते हुए उससे बिना पीछे देखे पुलिस के वाहन की ओर फायर किया. जिसके बाद दोनों दुपहिया वाहन तेज रफ्तार के साथ मौके से भाग निकले. पश्चात दोनों पुलिस कर्मी ने अपने सरकारी वाहन को रोककर देखा, तो वाहन के अगले हिस्से में लगे कांच पर छर्रे लगने की वजह से 8 छेद बने दिखाई दिये. पश्चात पुलिस सिपाही दिनकर इंगले ने थाने लौटकर शिकायत दर्ज कराई. जिसके आधार पर पुलिस ने भादंवि की धारा 353, 336 व 34 सहित आर्म्स एक्ट की धारा 3/25 के तहत अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच करनी शुरु कर दी है.
* डकैत या शिकारी होने का संदेह
इस घटना को लेकर अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि, वे चारों लोग बंदूक साथ लेकर शिकार करने आये थे, या फिर कहीं डाका डालने की फिराक में थे. हालांकि यह जरुर तय है कि, यदि वे चारों लोग कहीं पर डाका डालने की फिराक में थे, तो पुलिस की समय सूचकता के चलते डाके की एक वारदात होने से टल गई. वहीं यदि वे लोग किसी जंगली पशू का शिकार करने की फिराक में थे, तो पुलिस की वजह से किसी एक वन्यप्राणी की जान बच गई है.