अकोला /दि. 14 – फ्लैट बिक्री के नाम पर लाखों रुपए की जालसाजी करने के प्रकरण में जिला परिषद के पूर्व समाज कल्याण सभापति विजयसिंग सोलंके को मुंबई के गांवदेवी पुलिस ने मंगलवार को सुबह कुटासा पहुंचकर गिरफ्तार कर लिया.
विजयसिंग सोलंके को मौसी की तरफ से वारिस अधिकार का एक फ्लैट मिला है. वह फ्लैट मुंबई के सायन-कोलीवाडा के शुभकर्म गृहनिर्माण सोसायटी में है. वन बीएचके का यह फ्लैट 50 लाख में खरीदने के लिए इन्कम टैक्स विभाग के तत्कालीन अधिकारी विजयकुमार कोहाड ने 2013 में तैयारी दर्शायी थी. इसके मुताबिक सितंबर 2013 में कोहाड और सोलंके के बीच सौदा होने पर कोहाड ने सोलंके को फ्लैट खरीदने के लिए किश्तो में अगस्त 2014 तक 32 लाख 50 हजार रुपए दिए. फ्लैट की मूल मालिक सोलंकी की मौसी थी. उनकी मृत्यु के बाद कानूनी प्रक्रिया पूर्ण कर और वारिस हक प्रक्रिया के तहत उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सोलंके को इस फ्लैट का ताबा मिला था. सोसायटी की तरफ से इस फ्लैट को एनओसी मिलने के बाद यह फ्लैट कोहाड के नाम से हस्तांतरीत कर बिक्री प्रक्रिया करना तय हुआ था. लेकिन पिछले 10 साल से बिक्री करने और ताबा देने से सोलंके टालमटोल कर रहा था. सोसायटी की एनओसी न मिलने का कारण बताकर रजिस्ट्री कर देने के लिए वह टालमटोल करते देख विजयकुमार कोहाड ने 30 अप्रैल 2022 को पुलिस में शिकायत करने के बाद की गई जांच में यह फ्लैट आरोपी सोलंके ने साल 2018 में दूसरे को बेंच दिया रहने की बात स्पष्ट हुई. पश्चात मुंबई की गांवदेवी पुलिस ने अकोट तहसील के कुटासा ग्राम पहुंचकर सोलंके को गिरफ्तार कर लिया. सहायक पुलिस निरीक्षक रमेश जाधव के नेतृत्व में यह कार्रवाई हुई.
कौन है विजयसिंग सोलंके?
विजयसिंग शंकरसिंग सोलंके यह मूल अकोट तहसील के कुटासा ग्राम का रहनेवाला है. उसका मुंबई में व्यवसाय निमित्त आना-जाना लगा रहता है. सोलंके अकोला जिला परिषद का पूर्व समाज कल्याण समिति सभापति है. वर्तमान में वह भाजपा का जिला कार्यकारिणी सदस्य है.
आरोपी गिरफ्तार
फ्लैट बिक्री के धोखाधडी प्रकरण में विजयसिंग सोलंके के खिलाफ गांवदेवी थाने में जालसाजी का मामला दर्ज था. इस प्रकरण में उसे कुटासा से मंगलवार को सुबह गिरफ्तार किया गया है.
– रमेश जाधव, एपीआय, गांवदेवी थाना, मुंबई.