अकोला

फ्लैट विक्री के नाम पर जालसाजी करने वाले पूर्व जिप सभापति की गिरफ्तार

32 लाख की जालसाजी का मामला

अकोला /दि.15– फ्लैट विक्री के नाम पर लाखों रुपए की जालसाजी के मामले में अकोला जिला परिषद के पूर्व समाज कल्याण सभापति विजयसिंग सोलंके को मुंबई की गांवदेवी पुलिस ने मंगलवार की सुबह अकोट तहसील अंतर्गत कुटासा गांव से गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक पूर्व सभापति विजयसिंग सोलंके को उनकी मौसी से वारसा हक के जरिए एक फ्लैट मिला है, जो मुंबई के सायन कोलीवाडा परिसर स्थित शुभकर्म गृहनिर्माण सोसायटी में है. 1 बीएचके वाले इस फ्लैट को 50 लाख में खरीदने हेतु इनकम टैक्स विभाग के तत्कालीन अधिकारी विजयकुमार कोहाड ने वर्ष 2013 में तैयारी दर्शायी थी. पश्चात सितंबर 2013 में कोहाडे व सोलंके के बीच सहमति होने के बाद कोहाड ने सोलंके को फ्लैट खरीदने के लिए अगस्त 2014 तक अलग-अलग समय पर 32 लाख 50 हजार रुपए दिए थे. इस फ्लैट की मूल मालिक सोलंके की मौसी थी.

जिनकी मृत्यु के बाद कानूनी प्रक्रिया पूर्ण कर वारसा हक प्रक्रिया के तहत हाईकोर्ट के आदेश पश्चात सोलंके ने इस फ्लैट का ताबा हासिल किया था. जिसके बाद सोसायटी से नाहरकत प्रमाणपत्र मिलने के बाद यह फ्लैट कोहाड के नाम पर हस्तांतरीत कर विक्री की प्रक्रिया करने की बात तय की थी. परंतु इसके बाद विगत 10 वर्षों के बाद सोलंके ने सोसायटी की एनओसी नहीं मिलने की वजह को आगे करते हुए फ्लैट की विक्री यानि रजिस्ट्री करने और फ्लैट का ताबा देने में टालमटोल करनी शुरु की. जिसके चलते विजयकुमार कोहाड ने 30 अप्रैल 2022 को पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि, विजय सोलंके ने वर्ष 2018 में उक्त फ्लैट किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया था. जिसके चलते मुंबई के गांवदेवी पुलिस ने सोलंके के कुटासा गांव पहुंचकर उन्हें अपनी हिरासत में लिया.

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