संभाग में बुलढाणा अव्वल अकोला तृतीय स्थान पर
अकोला/दि.28 – कोरोना के संक्रमण से ठीक होेन के मामले में संभाग में बुलढाणा जिला 89.06 प्रतिशत के साथ प्रथम स्थान पर है. जबकि यवतमाल जिला 74.02 प्रतिशत अंकों के साथ अंतिम स्थान पर हैं. वहीं अकोला जिला 85.09 अंकों के साथ तृतीय पायदान पर है. अकोला समेत देश के अनेक जिलों में कोरोना का संक्रमण बेहद तेजी से फैल रहा है. वहीं गत कुछ दिनों से जिले मेें कोरोना से ठीक हुए मरीजों का प्रमाण संभाग के अन्य जिलों की तुलना में शासन द्बारा दिए गए आंकडों के अनुसार 85.09 प्रतिशत पर पहुुंच गया है. इसी के अलावागत कुछ दिनों से अकोला में कोरोना संक्रमितों की मौत का प्रमाण भी बढ गया है. जिससे शासन व आरोग्य विभाग की परेशानी बढ गई है.
कोरोना का प्रादुर्भाव जिले में जारी है. लॉकडाउन, प्रतिबंधित क्षेत्र व अन्य उपाययोजनाओं के बावजूद कोरोनाबाधितों की संख्या बढती जा रही है. जिले में कोरोना बाधित मरीज पहले मनपा क्षेत्र में बडी संख्या में मिल रहे थे. इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों से भी अधिक प्रमाण में कोविड 19 से बाधित मरीज मिले है. फरवरी माह से तो कोरोना जिले में और भी आक्रमक हो गया है. आलम यह है कि, फिलहाल की स्थिति में हर रोज 500 के आसपास कोरोना से संक्रमित मरीज मिल रहे हैं.
अकोला मेें अब तक 645 मरीज कोरोना बाधित होने के बाद अपनी जान गंवा चुके हैं. कोरोना के संक्रमण से बाधित मरीजों की संख्या हर रोज बड रही है. प्रतिदिन पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. इसी के साथ मृत्युदर का प्रमाण भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जिस कारण अकोला जिले का मृत्युदर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अकोला का फैटेलेटी रेट 1.5 के आसपास है. जिले में कोरोना से मौत होने का प्रमाण कम न होने से उपाययोजनाएं कम पडती नजर आ रही है.
हर रोज भारी संख्या में कोरोनाबाधित मरीज पाए जा रहे है. ऐसे में निजी तथा सरकारी अस्पताल कोरोनाबाधितों से खचाखच भरे नजर आ रहे है. जिस कारण आरोग्य प्रशासन व सामान्य प्रशासन की चिंता बढ गई है. इसे रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम तो उठाए जा रहे हैं बावजूद इसके भारी संख्या में कोरोनाबाधित मरीज मिल रहे हैं.