अकोला/दि.21- केंद्र सरकार ने आगामी 1 अप्रैल से सोने के गहनों पर हॉलमार्किंग अनिवार्य की है. जिससे स्वर्णकारों को अपने व्दारा बनाए गए आभूषण हॉलमार्क केंद्र से प्रमाणित करना आवश्यक हो गया है. जिसके कारण यहां हॉलमार्क केंद्र शुरु हो जाने की जानकारी देते हुए सराफा बाजार सूत्रों ने बताया कि, अब स्वर्णकारों का नागपुर का चक्कर कम हो जाएगा. अब तक केंद्र आडिट के कारण बंद पडा था. अपने जेवर को हॉलमार्क के लिए नागपुर के केंद्र पर ले जाना पडता था, जो जोखिम से भी भरा था.
* कितना सोना, कितनी खोट
हॉलमार्क से जेवर में कितने प्रतिशत सोना और कितने प्रतिशत अन्य धातु का उपयोग हुआ है, यह उसके नंबर से तुरंत दिखाई देगा. यह भी उल्लेखनीय है कि, अकोला में सोने का अच्छा मार्केट है. गुढी पाडवा के मुहुर्त पर अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है. ऐसे में केंद्र शुरु होने से व्यापारियों को सुविधा होगी. यहां के अनेक ज्वेलर्स हॉलमार्कयुक्त ज्वैलरी का बिजनेस कर रहे हैं. स्वर्णकार को अपने गहने हॉलमार्क लगाने निर्धारित फीस अदा करनी पडती है. उससे नंबर प्राप्त होता है, यह सर्टिफिकेट सभी तरफ उपयोगी रहता है. हालांकि सरकार की घोषणा का कई लोग विरोध भी कर रहे हैं. इसे बडे कारोबारियों के हित में लिया गया निर्णय बताया जा रहा है.