* विधायक बच्चू कडू का गंभीर आरोप
अकोला/दि.4– महाराष्ट्र में शिवसेना दो फाड हुई और एकनाथ शिंदे शिवसेना के 40 विधायकों को लेकर भाजपा के साथ सत्ता में आए. उस समय शिवसेना के घटक दल रहे प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू ने एकनाथ शिंदे के साथ भाजपा के साथ हो गए. लेकिन उन्हें शिंदे गुट अथवा भाजपा ने मंत्री पद नहीं दिया. साथ ही वर्तमान में बच्चू कडू और भाजपा में संघर्ष होता दिखाई देता है. बच्चू कडू ने अपनी नाराजगी समय-समय पर व्यक्त की है. ऐसे में भाजपा की तरफ से उन्हें परेशानी हो रही है, ऐसा वक्तव्य बच्चू कडू ने किया है. साथ ही अपने साथ रहे लोगों के लिए फिल्डिंग लगाने का धंधा बंद करें, ऐसा भी कडू ने कहा है.
प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और विधायक बच्चू कडू ने अकोला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह वक्तव्य किया. उन्होंने कहा कि उन्हें भाजपा से काफी परेशानी है. उन्हें कांग्रेस व अन्य दलों से जितनी परेशानी नहीं होती उतनी परेशानी भाजपा से है. उनके निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा की सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. लेकिन हम नहीं मानते. दो सांसद, तीन विधायकों के साथ और भी ताकत लगाए. लेकिन मेरा कहना है कि दोस्ती करते समय उसे निभाते वक्त सभी को साथ लेकर निभाना चाहिए. बच्चू कडू ने कहा कि दोस्ती न निभाते हुए केवल काम रहने तक ही इस्तेमाल करना और पश्चात अनदेखी करना यह गलत है. भाजपा की तरफ से ऐसा नहीं होना चाहिए. भाजपाईयों ने उपर से लेकर नीचे तक व्यवस्था निर्माण कर रखी है. लेकिन भाजपा ने केवल सत्ता का ही विचार न करते हुए आगे जो कुछ बातें रहती है उसे स्वीकारना चाहिए, ताकि अपने साथ रहे लोगों के लिए ही फिल्डिंग लगाना बंद करना चाहिए, ऐसा भी बच्चू कडू ने कहा.