अकोला

सोनू इंगले को जिंदा जलाने वाली बेबी को उम्रकैद

मां व बेटी ने किया था हत्याकांड

  • बार्शिटाकली तहसील के फेट्रा की घटना

अकोला/प्रतिनिधि दि.१३ – पिंजर पुलिस थाना क्षेत्र के फेट्रा की निवासी महिला को पडोस में ही रहने वाली एक महिला और उसकी बेटी ने 2012 में जिंदा जलाया था. इस मामले की गिरफ्तार रहने वाली आरोपी महिला को जिला व सत्र न्यायाधीश डी.बी.पतंगे के न्यायालय ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. जबकि फरार रहने वाली उसकी बेटी के खिलाफ पकड वारंट जारी करने का आदेश न्यायालय ने दिया है. फेट्रा के निवासी सोनू संजय इंगले का उसी की पडोस में रहने वाली बेबी भारत श्रृंगारे व उसकी बेटी अनिता राजू ढवसे के साथ मामुली बात को लेकर विवाद हुआ था. इसी विवाद के चलते बेबी श्रृंगारे व उसकी बेटी अनिता ढवसे इन दोनों से 27 दिसंबर 2012 को सोनू इंगले नामक महिला पर मिट्टी का तेल उंडेलकर उसे जलाया था. इसमें गंभीर रुप से झुलसे सोनू की उसी दिन सर्वोपचार अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई थी. इस मामले में पिंजर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 307, 34 के तहत अपराध दर्ज किया था. उसके बाद इस मामले की जांच पिंजर पुलिस ने करते हुए अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया. जिला व सत्र न्यायाधीश डी.बी.पतंगे की न्यायालय में 11 गवाहों का परिक्षण किया. उनमें से दो गवाह होस्टाइज हुए थे. आरोपी बेबी श्रृंगारे के विरुध्द पाये गए ठोस सबूतों के आधार पर उसे उम्रकैद की सजा सुनाई. तथा 5 हजार रुपए जुर्माना भी ठोका, जुर्माना न भरने पर और एक वर्ष की सजा का प्रावधान न्यायालय ने किया है. इस मामले में सरकार की ओर से अतिरिक्त सरकारी विधि विशेषज्ञ एड.श्याम खोटरे ने तथा पैरवी अधिकारी के रुप में पुलिस अमलदार प्रकाश खाडे ने कामकाज संभाला.

  • महिला आरोपी जेल में ही

सोनू इंगले की जलाकर हत्या करने वाली आरोपी बेबी श्रृंगारे के विरुध्द अपराध दर्ज करते ही उसे गिरफ्तार किया गया. तभी से आरोपी जेल में है. उसे न्यायालय ने अब तक जमानत नहीं दी, इस तरह की जानकारी है.

  • मृत महिला का पति होस्टाइल

सोनू इंगले का पति संजय महादेव इंगले व संतोष शंकर मोहिते यह दोनों गवाह न्यायालय में होस्टाइल हुए. जिससे न्यायालय ने होस्टाइल हुए दोनों गवाहों पर कार्रवाई क्यों न करे, इस तरह के प्रश्न पूछे है. उनपर भी कार्रवाई होने की संभावना है.

  • मृत्युपूर्व बयान महत्वपूर्ण

गंभीर रुप से झुलसी सोनू इंगले को अस्पताल में दाखिल करने के बाद उसके व्दारा दिये गए मृत्यु पूर्व बयान में बेबी श्रृंगारे व अनिता ढवसे ने ही जलाने की बात स्पष्ट की थी. साथ ही सोनू के पिता कैलाश वानखडे ने भी इन दोनों के नाम लिये थे. इससे यह दो मुद्दे न्यायालय में महत्वपूर्ण रहे है.

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