अकोला

महावितरण ने किया 22,330 मेगावॉट बिजली आपूर्ति का रिकॉर्ड

अकोला प्रतिनिधि/१२मुंबई को छोड़ राज्य के शेष भागों एवं महावितरण के कार्यक्षेत्र में मंगलवार, 9 मार्च को करीबन 22 हजार 339 मेगावॉट बिजली का आज तक का उच्चांक की मांग दर्ज की गई. इस मांग अनुसार नियोजन से बिजली आपूर्ति कर महावितरण ने उच्चांकी बिजली आपूूर्ति का
राज्य में दिनोंदिन धूप बढ़ती जा रही है. साथ ही प्रमुख रुप से कृषि पंपों व्दारा बिजली का इस्तेमाल भी बढ़ा है.परिणामस्वरुप गत कुछ दिनों से बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन मंगलवार को राज्य में मुंबई सहित कर ीबन 25 हजार 203 मेगावॉट बिजली की मांग दर्ज की गई. मुंबई को छोड़ राज्य के शेष कार्यक्षेत्र में महावितरण व्दारा करीबन 2 करोड़ 80 लाख ग्राहकों को आज तक के उच्चांक 22 हजार 339 मेगावॉट बिजली का सुचारु व अखंडित आपूर्ति की गई. यह उल्लेखनीय है कि राज्य के किसी भी भाग में बिजली का भारनियमन नहीं किया गया. ग्रीष्मकाल के कारण आगामी अप्रैल व मई माह में बड़े पैमाने पर बिजली की मांग बढ़ने वाली है. इसी तरह सुचारु बिजली आपूर्ति करने के लिये महावितरण व्दारा तैयारी जारी है.

  • 21,570 मेगावॉट का रिकॉर्ड तोड़ा

महावितरण व्दारा 19 फरवरी 2020 को उच्चांक मांग के अनुसार अब तक 21 हजार 570 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति की थी.
– इस तरह हुई बिजली उपलब्ध
महावितरण को दीर्घकालीन करार रहने वाले महानिर्मिति व्दारा 7761 मेगावॉट, एनटीपीसी व एनपीसीआयएल की तरफ से 4261 मेगावॉट, अदानी पॉवर, रतन इंडिया, सीजीपीएल, जेएसडब्ल्यु, साई वर्धा,एम्को आदि व्दारा 4202 मेगावॉट बिजली उपलब्ध हुई. साथ ही सौर ऊर्जा व्दारा 1974 मेगावॉट सहित नये व नवीकरणीय ऊर्जा प्रकल्प से 3162 मेगावॉट बिजली उपलब्ध हुई. वहीं कोयना, घाटघर व अन्य जलविद्युत प्रकल्प से 1740 मेगावॉट एवं पॉवर एक्सचेंज की खरीदी सहित मुक्त ग्राहक बिजली निर्मिति स्त्रोत व्दारा 1258 मेगावॉट बिजली उपलब्ध हुई है.

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