अकोला/ दि.5- तेल्हारा तहसील के सतपुडा वादियों में बसे वारी हनुमान स्थित डोह में मामा-भांजा डोह में डूबने के कारण एक युवक की मौत हो गई. यह घटना कल गुरुवार 4 मई की सुबह 11 बजे घटी. इस मामा-भांजे डोह में अब तक करीब 200 लोगों की जान जा चुकी है.
राजेश सुनील गुडधे (19, निमवाडी, सिंधी कॉलोनी, अकोला) यह डोह में डूबकर मरने वाले युवक का नाम है. इस डोह के बारे में राज्य के पूर्व गृह मंत्री व अकोला के पालकमंत्री डॉ.रणजित पाटील ने गंभीरता से लेते हुए जिला नियोजन निधि से इस डोह को मिट्टी और मुरुम से बंद करने के निर्देश दिये है. परंतु ऐन वक्त पर सत्ता चले जाने के कारण डोह से सुरक्षा पाने का काम थम गया, ऐसा रणजित पाटील ने कहा है. अकोला, अमरावती और बुलढाणा इन तीन जिले की सीमा पर बसे वारी हनुमान यह प्रसिध्द तीर्थक्षेत्र और पर्यटन स्थल के नाम से जाना जाता है. यहां की प्रकृतिक के साथ हनुमान सागर जलाशय, पर्यटन समेत भक्तों का आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. परंतु यहां पर युवकों की डूबकर मरने के कारण यह स्थान हमेशा चर्चा में बना रहा है. रोजाना यहां कई पर्यटक व भक्तगण आते है. ऐसे ही कल अकोला के तीन दोस्त वारी हनुमान घुमने के लिए गए थे. यहां के प्राकृतिक वातावरण का आनंद उठाते हुए तीनों डोह के पास से जा रहे थे. इसमें से एक का पैर फिसल जाने से वह पानी में जा गिरा. दोस्तों ने चिखपुकार शुरु की. आस पडोस के लोग दौडकर आये, मगर तब तक वह डूब चुका था. राजेश की मौत की खबर मिलते ही हिवरखेड पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है. परंतु डोह के बारे में जानकारी न होने के कारण यहां आने वाले पर्यटक सुंदर डोह और उसके पानी के मोह में जाकर डोह के सुरंगों में फंसने के कारण उनकी मौत हो जाती हेै.