* बालापुर में तनाव, पालिका दफ्तर में हाईड्रामा
अकोला/दि.18- शिवसेना उबाठा विधायक नितिन देशमुख ने आज दोपहर बालापुर पालिका कार्यालय में तहसीलदार वैभव फरकाडे और कृषि अधिकारी को बंधक बना लिया. जिससे पूरे जिले में तहलका मचा. समाचार लिखे जाने तक तहसीलदार और अन्य अफसरान को एक कक्ष में बंद कर विधायक देशमुख और किसान डटे हुए थे. वे बीमा कंपनियों के अधिकारी और एजेंटों को वहां आने के लिए मांग पर अडे थे.
* बीमा कंपनी के साथ बैठक
विधायक देशमुख के निर्देश पर तहसीलदार फरकाडे ने बीमा कंपनी प्रतिनिधियों, अधिकारियों की बैठक आहूत की थी. गुरूवार दोपहर विधायक किसानों को लेकर पहुंचे. उस समय बीमा कंपनी प्रतिनिधियों का अतापता न था. विधायक और किसानों ने कुछ देर तक इंतजार किया.
* तहसीलदार का कहना
बालापुर के तहसीलदार वैभव फरकाडे का कहना रहा कि उन्होेेंने बीमा कंपनी के अधिकारियों को सूचित कर दिया था. अधिकारी और एजेंट नहीं आए, इसमें उनका कोई दोष नहीं.
* भडके विधायक जी, बंद किया कमरा
विधायक नितिन देशमुख ने कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों का भी इंतजार किया. घंटाभर बीतने पर भी अफसर नहीं पहुंचे और कंपनियों के प्रतिनिधि भी. तब नितिन देशमुख का पारा चढ गया. वे तमतमा गये. किसानों की शिकायतें उन्हें मिल रही थी. इसलिए वे अधिकारियों के सामने चर्चा और निराकरण करना चाहते थे. गुस्साएं विधायक देशमुख उठे और उन्होंने कक्ष को पहले कुंडी लगा दी. फिर ताला जड दिया. वे खुद भी किसानों के साथ वहां डटे हैं.
* हिल उठा महकमा
बालापुर पालिका कार्यालय के कक्ष में शुरू हाई ड्रामा से अकोला जिला प्रशासन हिल गया. हालांकि कलेेक्टर के निर्देश के बारे में पता नहीं चल पाया है. मगर राजस्व अधिकारियों में तहसीलदार को बंधक बनाए जाने की घटना से खलबली मची है. जबकि विधायक देशमुख का दावा था कि उन्होंने 7 दिन पहले ही सूचित किया था. किसानों की शिकायतें उन्हें मिल रही थी. जिससे वे अधिकारियों से बात करना चाहते थे. देशमुख ने आरोप लगाया कि फसल बीमा के लिए किसानों से 500-500 रूपए रिश्वत मांगी जा रही है. जबकि महायुति सरकार एक रूपए में फसल बीमा किए जाने का ढोल पीट रही है.