अकोला

पश्चिम विदर्भ में डेल्टा का एक भी मरीज नहीं

डेल्टा की जांच हेतु नमुने प्रयोगशाला में रवाना

  • भीड़ को देखते हुए नागरिकों से खबरदारी बरतने का आवाहन

अकोला/दि.10 – अत्यंत तेजी से फैलने वाले कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मरीज नाशिक जिले में पाये जाने से स्वास्थ्य यंत्रणा में खलबली मच गई है. कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचाने वाले पश्चिम विदर्भ में अब तक डेल्टा वेरियंट का मरीज नहीं पाया गया फिर भी स्वास्थ्य यंत्रणा सतर्क है. पश्चिम विदर्भ के सभी जिलों से हर माह कोरोना बाधितों के नमुने डेल्टा की जांच के लिए पुणे और दिल्ली की प्रयोग शालाओं में भेजे जाने की जानकारी वैद्यकीय सूत्रों ने दी है.
विदर्भ के अमरावती में कुछ दिनों पूर्व कोरोना डेल्टा वेरियंट पाया गया. इसका एक भी मरीज अमरावती संभाग में अब तक नहीं दिखाई दिया. राज्य के कुछ जिलों में डेल्टा वेरिएंट के मरीज पाये जाने से विदर्भ के हरएक जिले से हर माह कोरोना बाधिक मरीजों के 100 नमुने दिल्ली के जिनोमिक्स एंड इंटिगे्रेटीव बायोलॉजी इन्स्टिट्यूट में जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. इसमें मरीज की रिपोर्ट पॉजीटीव होने पर उस बाबत की जानकारी संबंधित जिला प्रशासन को न देते हुए दिल्ली से सीधे राज्य सरकार को दी जाती है.
पश्चिम विदर्भ में कोरोना की दूसरी लहर कम होने से संसर्ग की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. लेकिन बाजार परिसर और सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार की सुरक्षात्मक खबरदारी न बरतते हुए नागरिकों की भीड़ बढ़ रही है. जिससे प्रशासकीय यंत्रणा बेफिक्र होने की बात दिखाई दे रही है. परिणामस्वरुप डेल्टा का प्रसार, कोरोना संसर्ग बढ़ने का धोखा वैद्यकीय तज्ञों व्दारा व्यक्त किया जा रहा है. दरमियान डेल्टा वेरिएंट की जांच की लिएअकोला जिले सहित स्वास्थ्य मंडल के अन्य जिलों से हर माह में, सप्ताह में बाधितों के नमुने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं.

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