अकोला/ दि.22 – इन दिनों पत्रकारों के खिलाफ हिंसा व अत्याचार के मामले सामने आ रहे है. जबकि राज्य में पत्रकार संरक्षण कानून लागू किया गया है. किंतु फिर भी पत्रकार सुरक्षित नहीं है. जिसको लेकर लढा संगठना व्दारा उपजिलाधिकारी को इस आशय का निवेदन सौंपा गया.
निवेदन में कहा गया है कि, शहर के आकोट फाइल की घटना ने पत्रकारों की स्वतंत्रता पर प्रश्न चिन्ह निर्माण कर दिया है. अकोला के एक इंग्लिश दैनिक समाचार के लिए संवाददाता के तौर पर कार्यरत तथा दि करंट सेनारियों के संपादक अवेज सिद्धिकी से अकोट फाइल पुलिस व्दारा मारपीट की गई और उन्हें धमकाया गया जिसका लढा संगठना निषेध व्यक्त करता है. लढा संगठना व्दारा निवेदन के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री से उचित कार्रवाई की जाए ऐसी मांग की गई. इस समय लढा संगठना के संस्थापक अध्यक्ष लुकमान शाह, मेहताब शाह के मार्गदर्शन में संजय अग्रवाल, मुन्ना पांडे, सईद खान, ज्ञानेश्वर निखाडे, इर्शाद अहमद उपस्थित थे.