अकोला

अब प्रत्येक प्लाज्मा डोनर को मिलेंगे २ हजार रूपये

पुराने प्लाज्मा दाताओं को भी मिलेगा लाभ

अकोला प्रतिनिधि/दि.२६ – कोरोना संक्रमण में प्लाज्मा थेरपी (Plasma therapy in corona infection) कारगर सिध्द हुई है. प्लाज्मा इस थेरपी से उपचार किए गये मरीजों को राहत मिली है. सरकार द्वारा मरीजों के लिए रक्तदाताओं से प्लाज्मा दान करने का आवाहन किया गया है. जिसमें अनेको रक्तदाताओं ने प्लाज्मा डोनेट किया. प्लाज्मा दान देनेवाले दानदाताओं को प्रोत्साहन मिले. इस उद्देश्य को लेकर प्लेटिना प्रोजेक्ट अंतर्गत प्रत्येक प्लाज्मा दाताओं को २ हजार रूपये दिए जायेंगे.जिसमें पुराने दानदाताओं को भी इसका लाभ मिलेगा.
उल्लेखनीय है कि इसके पहले प्लाज्मा दाताओं के लिए ५०० रूपये देने का नियोजन किया गया था. किंतु दानदाताओं को यह रकम मिली नहीं थी. इसके लिए राज्य के शासकीय महाविद्यालयों को निधि वितरित की गई है, इस आशय का पत्र शासन द्वारा १७ अगस्त को दिया गया. बता दे कि कोरोना पर ठोस उपचार नहीं है. जो मरीज औषधी को प्रतिसाद नहीं देता या फिर जिन्हें ऑक्सीजन की अधिक आवश्यकता होती है. ऐसे मरीजों का प्लाज्मा थेरपी उपचार पध्दति से उपचार किया जाता है. जिसमें कोरोना पर मात किए जानेवाले मरीजों के खून में से प्लाज्मा घटक का इस्तेमाल किया जाता है.
कोरोना से ठीक हुए मरीजों का ज्यादा प्रतिसाद प्लाज्मा को लेकर नहीं मिल रहा है. यह सत्य है. प्लाज्मा थेरपी को गति देने के लिए वैद्यकीय शिक्षण व संशोधन संचनालय अंतर्गत जुलाई महिने में नागपुर शासकीय महाविद्यालय में प्लेटिना शुरू किया गया था. जिसके अंतर्गत राज्य के १७ वैद्यकीय महाविद्यालयों में प्लाज्मा युनिट स्थापन करने के लिए निधि का नियोजन किया गया है. राज्य सरकार की ओर से इसके पूर्व प्रत्येक प्लाज्मा डोनर को ५०० रूपये देने का नियोजन किया गया था. किंतु राज्यभर में इस योजना पर अमल नहीं किया गया था. अब प्रत्येक प्लाज्मा दाताओं को २ हजार रूपये दिए जायेंगे, ऐसी जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई.

२७३ रक्तदाताओं से ७७५ युनिट प्लाज्मा संकलित
प्लेटिना प्रोजेक्ट अंतर्गत १९ शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय में २७३ रक्तदाताओं ने प्लाज्मा दान किया. २३ अगस्त तक रक्तदाताओंं ने ७७५ युनिट प्लाज्मा दान किया. प्लेटिना प्रोजेक्ट अंतर्गत शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय को २० रक्तदाताओं की निधि प्राप्त हुई है. अब तक अकोला में १५ लोगों ने प्लाज्मा दान किया है.जल्द ही उन्हें २ हजार रूपये दिए जायेंगे.
डॉ. मीनाक्षी गजभिये
डीन, शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय,
अकोला

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