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प्रदीप मिश्रा की कथा को दोपहर में अनुमति नहीं

अकोला जिला प्रशासन ने कथा का समय बदलने कहा

* दोपहर 11 से 4 बजे तक नहीं हो सकती कथा
* खारघर घटना के बाद सरकार ने जारी कर रखा है जीआर
अकोला/दि.2- आगामी 5 मई से समीपस्थ म्हैसपुर में प्रदीप मिश्रा सिहोरवाले की शिवमहापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है. जिसके लिए कथा के आयोजकों व्दारा कथा का समय दोपहर 1 से 4 बजे तक तय रहने की जानकारी भाविक श्रद्धालुओं को दी गई है. परंतु हकिकत यह है कि सुबह 11 बजे से दोपहर 4 बजे तक किसी भी तरह का सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति ही नहीं है. इसे लेकर विगत 29 अप्रैल को ही महाराष्ट्र सरकार व्दारा सरकारी आदेश जारी किया जा चुका है. जिसके चलते अकोला जिला प्रशासन ने कथा के आयोजकों को दोपहर 1 से 4 बजे के दौरान कथा आयोजित करने की अनुमति देने से लिखित तौर पर इंकार कर दिया है. साथ ही प्रदीप मिश्रा के कथा प्रवचन हेतु सुबह 11 बजे से पहले या शाम 4 बजे के बाद कोई अन्य समय निर्धारित करने का स्पष्ट निर्देश दिया है.
उल्लेखनीय है कि विगत माह मुंबई के निकट खारघर में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान तेज धूप व लू की चपेट में आकर करीब 14-15 लोगों की मौत हो गई थी. साथ ही सैकडों लोगों की तबीयत बिगड गई थी. जिसे लेकर राज्य सरकार को विपक्ष की कडी आलोचना का सामना करना पडा था. पश्चात राज्य सरकार ने डैमेज कंट्रोल करने के इरादे से महाराष्ट्र में अप्रैल व मई माह के दौरान पडने वाली भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए सुबह 11 से दोपहर 4 बजे के दौरान किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया. विशेष उल्लेखनीय है कि समूचे राज्य में सबसे अधिक गर्मी विदर्भ क्षेत्र में ही पडती है और पश्चिम विदर्भ क्षेत्र में अकोला जिला ही सबसे अधिक गर्म होता है. लेकिन उसी अकोल जिले में भीषण गर्मी के लिए कुख्यात मई माह के दौरान 5 मई से प्रदीप मिश्रा सिहोरवाले की शिवमहापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है. जो 11 मई तक चलेगा और आयोजकों व्दारा कथा समय दोपहर 1 से 4 बजे तक निर्धारित किया गया है. यानी कथा सुनने के लिए भाविक श्रद्धालु तेज धूप के दौरान आयोजन स्थल तक पहुंचेंगे और 4 बजे कथा समाप्ती पश्चात तेज धूप व गर्म हवाओं के थपेडों का सामना करते हुए अपने-अपने घर लौटेंगे. ऐसे में यहां पर भी खारघर वाली घटना की पुनरावृत्ति होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
विशेष उल्लेखनीय है कि खारघर वाली घटना घटित होने के बाद विगत 19 अप्रैल को राज्य सरकार ने सरकारी आदेश जारी करते हुए गर्मी का मौसम रहते हुए सुबह 11 से दोपहर 4 बजे तक खुले में आयोजित होने वाले सभी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस आदेश के मद्देनजर अकोला जिला प्रशासन ने प्रदीप मिश्रा की शिवकथा के आयोजकों को कथा के आयोजन हेतु दोपहर 1 से 4 बजे के समय के लिए अनुमति देने से साफ तौर पर इंकार कर दिया है और स्पष्ट रुप से कहा है कि कथा के आयोजन हेतु सरकारी आदेश को ध्यान में रखते हुए कोई अन्य समय तय किया जाए.
मिली जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन व्दारा अपनाई गई भूमिका के चलते शिवकथा के आयोजकों में अच्छाखासा हडकंप व्याप्त है तथा आयोजकों व्दारा इन दिनों हो रही बेमौसम बारिश के चलते मौसम सर्द रहने का हवाला देते हुए दोपहर 1 से 4 बजे के दौरान कथा के आयोजन को अनुमति देने का निवेदन किया है. साथ ही यह भी दलिल दी है कि यह खुले में नहीं होने जा रहा, बल्कि आयोजन स्थल पर विशालकाय डोम बनाया जा रहा है और इस डोम में ठंडक बनाए रखने हेतु बडी संख्या में पंखों व कूलरों की व्यवस्था भी रहेगी. परंतु इसके बावजूद फिलहाल तक अकोला जिला प्रशासन ने लिखित तौर पर दोपहर 1 से 4 बजे तक प्रदीप मिश्रा सिहोरवाले के कथा प्रवचन को अपनी अनुमति प्रदान नहीं की है.

हमारे पास 5 मई से 11 मई तक दोपहर 1 से 4 बजे के दौरान म्हैसपुर में एक धार्मिक आयोजन को अनुमति देने हेतु निवेदन आया था. परंतु गर्मी के मौसम को देखते हुए राज्य सरकार ने इन दिनों सुबह 11 से दोपहर 4 बजे तक खुले में किसी भी तरह के सार्वजनिक आयोजन पर प्रतिबंध लगाया है, ऐसे में फिलहाल तक आयोजकों को लिखित तौर पर कोई अनुमति नहीं दी गई है, बल्कि कथा के आयोजन का समय बदलने हेतु कहा गया है. हालांकि यदि अगले एक-दो दिन तक मौसम व तापमान की ऐसी ही स्थिति बनी रहती है और भीषण गर्मी पडने के आसार दिखाई नहीं देते, तो वरिष्ठों से आवश्यक मार्गदर्शन लेते हुए आयोजन के समय को अनुमति देने पर विचार किया जा सकता है.
– नीमा अरोरा,
जिलाधीश, अकोला

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