अकोला/दि.12 – रक्षाबंधन इस बार सोमवार 19 अगस्त को आ रही है रात्रि 11:55 तक पूर्णिमा तिथि रहेगी. इसी संदर्भ में अकोला पुरोहित संघ की सभा बालाजी मंदिर सिटी कोतवाली चौक पर आयोजित की गई जिसमें शास्त्र अनुसार रक्षाबंधन मुहूर्त निश्चित किए गए.
सुणमाण्डना – यह विधि नेवगीजी द्वारा घर के द्वार पर चूना और गेरू लगाकर की जाती है यह एक प्रकार के देव होते हैं जिनका हल्का सा चित्र घर के दरवाजे पर मंडा जाता है यह विधि रविवार 18 अगस्त को संपूर्ण दिन भर शुद्ध रहेगी.
सुण जिमाना – यह विधि घर के सदस्य द्वारा सोमवार 19 अगस्त को भद्राके उपरांत दोपहर 1:00 बजे करके 32 मिनट के बाद संपन्न करें.
रक्षाबंधन राखी बांधना – यह विधि सोमवार19 अगस्त को दोपहर 1:32 के बाद संपन्न करें. शास्त्रों के अनुसार दोपहर 12 से 3:00 बजे तक का समय या फिफर प्रदोष समय में रक्षा विधान का महत्व बताया गया है. भाई भाई बहन मित्र सखा ननद भाभी देवरानी जेठानी राजा तथा प्रजा तथा संपूर्ण देश की सीमाओं को रक्षा विधान से बांधने का नियम बताया गया है. जिनके जीवन में कोई भी प्रकार की रिश्तेदारी ना हो बहन ना हो या कोई समस्या हो ऐसे लोग किसी सात्विक वैदिक ब्राह्मण से मंत्र द्वारा रक्षा सूत्र बंधवा सकता है.
सातुड़ी तीज – 21 अगस्त को रहेगी क्योंकि इसमें चंद्रोदय का महत्व होता है बुधवार 21 अगस्त को संध्या 05:07 से तृतीया तिथि आरंभ होकर गुरुवार 22 अगस्त को दोपहर 1:43 तक रहेगी. अतः चंद्रोदय व्यापिनी सातुड़ी तीज 21 अगस्त को रहेगी. सभा में सर्व श्री पंडित रमेश आडीचवाल, भैरव शर्मा, हेमंत शर्मा, लाला तिवारी, श्याम अवस्थी, पुजारी मुरारी शर्मा, पुजारी दीपक तिवारी तथा पंडित रवि कुमार शर्मा प्रमुख रूप से सभा में उपस्थित थे.