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लागत निकलना भी मुश्किल
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फिर एक बार किसानों पर आर्थिक संकट
अकोला/प्रतिनिधि दि.१८– मूर्तिजापुर तहसील अंतर्गत आनेवाले कुरुम परिसर के किसान पहले ही आर्थिक संकट से जुझ रहे है. अब उसमें वापसी की बारिश ने कहर मचा दिया है. शनिवार की दोपहर से चल रही धुंआधार बारिश के चलते यहां के किसानों का लाखो रुपयों का नुकसान हो रहा है. जिसमें कुरुम से लेकर मधपुरी, नवासल रामटेक, मंडुरा, जामठी, कवठा सोपिनाथ व माटोडा जैेसे ग्रामीण क्षेत्रों में वापसी की बारिश ने कोहराम मचाया है. परिसर के सभी किसानों के खेत में लगाई गई सोयाबीन और कपास की फसल बर्बाद हो कर लाखों का नुकसान हो गया है.
फिलहाल करीब पंधरा दिनों से सोयाबीन फसल की कटाई जोरों पर चल रही थी. ऐसे में अचानक वापसी की बारिश ने किसानों के मुंह का निवाला छिन लिया है. शनिवार से चल रही धुंआधार बारिश के कारण खेतों में लगे सोयाबीन के ढेरों में पानी जमा हो गया. जिससे सोयाबीन की फसल सडने लगी हैं. कई किसानों की कपास फसल भी बारिश के पानी में खराब हो गई. पहले भी बारिश के कारण मूंग, उडद जैसी फसलें किसानों के हाथ से निकल गई और अब किसानों का पीला एवं सफेद सोना भी हाथ से निकलने लगा है. जिसके चलते फिर एक बार किसानों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है. उनके परिजनों पर भूखमरी की नौबत आ गई है. इससे पहले भी बादल फटने से परिसर के कई किसानों को दुबारा बुआई करनी पडी थी. जिसका कर्ज अब तक किसान से नहीं चुका पाये थे और अब बचाखूची फसल वापसी की बारिश ने बर्बाद कर दी है.
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कुरुम, मधापुरी परिसर को अतिवृष्टि घोषित करें
शनिवार के दोपहर में आयी वापसी की बारिश ने कुरुम, मधापुरी परिसर के कई किसानों के खेतों में कटाई की गई सोयाबीन व ढेरों में पानी घुसने से खराब हो गई है. यहां तक कि किसानों का माल मशीन से निकालकर बोरो में भरकर तैयार था, लेकिन अचानक आयी बारिश ने भीगने से बर्बाद हो गया. इस कारण कुरुम परिसर का सर्वे करके अतिवृष्टि घोषित करके किसानों को नुकसान भरपाई दे ऐसी मांग परिसर के किसानों व्दारा की जा रही है