रोहन बुंदेले अमरावती विद्यापीठ का आदर्श छात्र
अकोला/दि.12– श्री शिवाजी महाविद्यालय के विद्यार्थी प्रतिनिधि रोहन बुंदेले को संत गाड़गेबाबा अमरावती विद्यापीठ का आदर्श विद्यार्थी पुरस्कार घोषित किया गया.
संत गाड़गेबाबा अमरावती विद्यापीठ की स्थापना महाराष्ट्र दिन 1 मई 1983 को पश्चिम विदर्भ के ग्रामीण जनसंख्या की शैक्षणिक आवश्यकता पूर्ण करने के लिए की गई. विद्यापीठ का कार्यक्षेत्र विदर्भ के पांच जिलों में है. अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा और वाशिम ऐसे पांच जिलों का इसमें समावेश है. यह पौधे करीबन 4 लाख विद्यार्थी रहे एक विशाल वटवृक्ष में बदल गया है. विद्यापीठ के तत्कालीन कुलगुरु स्व. डॉ. दिलीप मालखेडे की संकल्पना से आदर्श विद्यार्थी पुरस्कार देना तय हुआ था. इसमें विद्यापीठ का सबसे बड़ा और प्रथम पुरस्कार रोहन बुंदेले को घोषित किया गया है. संशोधन, करियर के अवसर, प्रशिक्षण और नियुक्ति के अवसर, उद्योजकता का अवसर, नई कल्पना और सृजनशीलता, पर्यावरण, निसर्ग, सांस्कृतिक उपक्रम, क्रीड़ा, राष्ट्रीय सेवा योजना, नेशनल कैडेट कोर्स, आपदा व्यवस्थापन, सामाजिक कार्य, राष्ट्रीय एकात्मता, सामुदायिक समरसता, साहित्यिक कार्य, कला और संस्कृति, सिनेमागृह और दूरदर्शन, डिजिटल सोशल मीडिया, दिव्यांग, गरीब, जरुतमंद और वरिष्ठ लोगों के लिए सेवा, साहसी अनुभव, लैंगिक समानता, महिला मजबूतीकरण और अनाथ नया युग तकनीकी ज्ञान, प्रशासकीय अनुभव, राजनीतिक प्रतिनिधित्व, खेती, प्राणी के लिए नई कल्पना और अमल, संवर्धन विकास आदि क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने पर रोहन का आदर्श विद्यार्थी पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. इसके पूर्व भी महाराष्ट्र शासन का जिला युवा पुरस्कार व अनेक सामाजिक संगठना, संस्था की तरफ से भी रोहन को अनेक पुरस्कार मिले हैं.
विद्यापीठ का आदर्श विद्यार्थी पुरस्कार घोषित होे निमित्त रोहन बुंदेले का श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुखष उपाध्यक्ष गजाननराव फुंडकर, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अंबादास कुलट, विद्यार्थी विकास अधिकारी डॉ. संजय तिडके, डॉ. आशीष राऊत, डॉ. प्रतीक्षा कोकाटे, डॉ. किशोर देशमुख, डॉ. अंजली कावरे, डॉ. दीपक कोचे, डॉ. संजय शेंडे, डॉ. संजय पोहरे, डॉ. श्रद्धा थोरात, डॉ. वनिता भोपत, प्रा. नेत्रा मानकर, डॉ. प्राजक्ता पोहरे, प्रा. सचिन भुतेकर, प्रा. महेश फलके व महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, शिक्षकेतर कर्मचारियों ने गौरव किया है.