सीबीआई और एसीबी के दल ने की संयुक्त कार्रवाई
अकोला/ दि.13 – अकोला रेलवे स्टेशन पर दक्षिण मध्य रेलवे के नांदेड रेलवे मंडल अंतर्गत रहने वाले आरपीएफ के निरीक्षक मुकेशकुमार मिना को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए सीबीआई और एसीबी के दल ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इसके अलावा बिचौलिये सुरेश चंदन को भी गिरफ्तार किया गया है. दूसरे बिचौलिये सैय्यद मुजमिर के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया. दोनों आरोपियों को नागपुर ले जाया गया. उन आरोपियों को अमरावती के सीबीआई अदालत ने 14 मार्च तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये हेै. शिकायतकर्ता के पिता के खिलाफ आरपीएफ पुलिस ने अपराध दर्ज किया था. उन्हें गिरफ्तार न करते हुए जमानत पर छोडने की रिपोर्ट अदालत में देने के बदले में थानेदार मिना ने 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी.
मिली जानकारी के अनुसार रेलवे की सामग्री चोरी के मामले में शिकायतकर्ता के पिता पर कार्रवाई की गई थी. इस कार्रवाई से छूटने के बाद स्थायी तोैर पर छोडने के लिए नांदेड रेलवे मंडल अतर्गत आने वाले आरपीएफ के निरीक्षक मुकेशकुमार मिना ने अकोला रेलवे स्टेशन के गुरुकृपा इंटरप्राजेस में काम करने वाले सुरेश चंदन के माध्यम से 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी, मगर शिकायतकर्ता को रिश्वत नहीं देना था. उन्होंने इसकी शिकायत नागपुर के सीबीआई कार्यालय की. शिकायत की जांच पडताल करने पर रिश्वत मांगने की बात सामने आयी. इसके बाद 1 लाख रुपए की रकम देने का सौंदा तय हुआ. देर रात के समय अकोला रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ निरीक्षक मुकेशकुमार मिना और सुरेश चंदन ने 1 लाख रुपए की रिश्वत स्वीकार की. उस समय उन्हें सीबीआई के दल ने रंगेहाथों धरदबोचा. दोनों रिश्वतखोर आरोपियों को अमरावती सीबीआई न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया. अदालत ने दोनों को 14 मार्च तक पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये है. पुलिस ने बिचौलिए का काम करने वाले सैय्यद मुजमिर के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया है. सीबीआई मामले की तहकीकात कर रही है.